मोदी कैबिनेट में महिलाओं का दबदबा, ये हैं नौ ताकतवर चेहरे
वर्त्तमान में मोदी मंत्रीमंडल में कुल नौ महिला मंत्री है। जिसमे 6 कैबिनेट और 3 राज्य मंत्री हैं।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। रविवार को देश की राजधानी में कैबिनेट का विस्तार किया। मई 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी की कैबिनेट का यह तीसरा विस्तार था। इस कैबिनेट विस्तार में सबसे ज़्यादा चौकाने वाला निर्णय निर्मला सीतारमण का रक्षा मंत्री बनना था। देश के इतिहास में निर्मला सीतारमण के रूप में भारत को पहली फुल टाइम रक्षा मंत्री मिली । इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए रक्षा मंत्री का प्रभार अपने पास रखा था।
निर्मला सीतारमण के रक्षामंत्री बनने के साथ ही मंत्री परिषद् में कैबिनेट महिला मंत्रियों की संख्या 6 हो गयी हैं । वर्त्तमान में मोदी मंत्रीमंडल में कुल नौ महिला मंत्री है। जिसमे 6 कैबिनेट और 3 राज्य मंत्री हैं।निर्मला सीतारमण के रक्षामंत्री बनने के बाद कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी में दो महिला हो गयी है। निर्मला सीतारमण से पहले सुषमा स्वराज कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी में पहले से ही शामिल थी। मोदी सरकार में परफॉरमेंस को आधार बनाकर मंत्री बनाये गए हैं ,यही कारण है कि विदेश, रक्षा सूचना एवम प्रसारण मंत्रालय सहित तमाम महत्वपूर्ण मंत्रालयों में महिला मंत्री आसीन हैं।
मोदी सरकार में महिला कैबिनेट मंत्री
सुषमा स्वराज - केंद्रीय विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज का जन्म अंबाला कैंट में हुआ। सुषमा स्वराज ने संस्कृत और पॉलिटिकल साइंस से बीए और एलएलबी किया है। वो वर्ष 1973 से सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रही हैं। सुषमा स्वराज वर्ष 1977 में 25 वर्ष की उम्र में देश की सबसे युवा कैबिनेट मंत्री बनी और दो वर्ष बाद वो जनता पार्टी की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष बनी। वर्ष 1998 में उन्हें दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ। सुषमा स्वराज देश की किसी पॉलिटिकल पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता बनी। इसके साथ ही वो भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री, केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, जनरल सेक्रेट्री, प्रवक्ता और नेता विपक्ष बनी। उन्होंने चार राज्यों में 10 चुनाव लड़े। वो सात बार संसद सदस्य चुनी गयी और तीन बार विधानसभा सदस्य चुनीं गयी। वर्ष 2014 के लोक सभा चुनाव में सुषमा स्वराज ने करीब चार लाख वोटों से चुनाव जीता।
निर्मला सीतारमण- केंद्रीय रक्षा मंत्री
निर्मला सीतारमण वर्ष 2010 से भाजपा पार्टी की प्रवक्ता हैं। उन्हें भाजपा की साफ्ट इमेज माना जाता है। निर्मला का जन्म तमिलनाडु के तिरुचपल्ली में हुआ। वो साउथ की अकेली महिला हैं, जो मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद का दायित्व निभा रही हैं। इन्होंने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय से इटरनेशनल स्टडीज से एमफिल किया है। वर्ष 2003 में इन्हें दल्ली का नेशनल कमिशन फॉर वूमेन नियुक्त किया गया। जब भाजपा ने संसद में 33 फीसद महिला आरक्षण की मुहिम चलायी, उस वक्त निर्मला सीतारमण, सुषमा स्वराज के संपर्क में आयीं और पारिवार के कांग्रेस से जुड़ाव होने के बावजूद भाजपा के साथ जुड़ीं।
स्मृति जुबिन ईरानी- केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री
स्मृति ईरानी मोदी सरकार की सबसे युवा महिला कैबिनेट मंत्री बनीं। स्मृति ईरानी का जन्म दिल्ली में एक पंजाबी-बंगाली परिवार में हुआ। इन्होंने वर्ष 2001 में जुबिन ईरानी से शादी की। इससे पहले स्मृति ईरानी एक मॉडल और टीवी एक्ट्रेस थी। वो 1998 की फेमिना मिस इंडिया की फाइनलिस्ट रह चुकी हैं। स्मृति ईरानी वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन किया और 14वीं लोकसभा में दिल्ली की चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि वो कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल से हार गयीं थीं । लेकिन पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाकर महाराष्ट्र भेज दिया। उन्हें पांच बार सेंट्रल कमिटी का एक्जीक्यूटिव मेंबर चुना गया और पार्टी की नेशनल सेक्रट्री बनाया गया। उन्हें भाजपा महिला विंग और भाजपा महिला मोर्चा का आल इंडिया अध्यक्ष चुना गया। स्मृति ईरानी वर्ष 2011 में गुजरात से राज्य सभा सदस्य बनीं। स्मृति ईरानी ने वर्ष 2014 के चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि उनकी हार हो गयी।
मेनका गांधी- केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री
मेनका गांधी, संजय गांधी की पत्नी हैं। उनका जन्म दिल्ली के सिख परिवार में वर्ष 1956 में हुआ। इन्होंने लेडी श्रीराम कालेज और जवाहर लाल नेहरु से पढ़ाई की। इनका एक पुत्र वरुण गांधी है। जब मेनका गांधी की आयु 23 वर्ष और उनके पुत्र वरुण गांधी 100 दिनों के थे, उस वक्त संजय गांधी की प्लेन क्रैश में मौत हो गयी। पति की मौत के तीन वर्ष बाद मेनका गांधी ने अपनी खुद की पार्टी राष्ट्रीय संजय मंच का गठन किया। आंध्र प्रदेश के चुनाव में पार्टी ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा और चार सीटों पर जीत दर्ज की। वर्ष 1984 के लोक सभा चुनाव में मेनका गांधी ने अमेटी में राजीव गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन वो हार गयी। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय जनता दल में कर दिया और पार्टी की जनरल सेक्रेट्री बनीं। इसके बाद आम चुनाव में मेनका गांधी चुनाव जीती और 33 वर्ष की उम्र में पर्यावरण और फारेस्ट मंत्री बनीं। मेनका गांधी ने वर्ष 2004 में भाजपा ज्वाइन कर ली और मोदी सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री बनीं।
हरसिमरत कौर बादल - केंद्रीय खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री
हरसिमरत वर्ष 2009 में राजनीति में आयी, हालांकि वो राजनीत में उस वक्त सक्रिय हो गयी थी, जब उनकी शादी सुखबीर सिंह बादल से हुयी, जो कि पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल के बेटे थे। इन्होंने टेक्सटाइल डिजाइन में डिप्लोमा किया है। इन्होंने वर्ष 2014 के आम चुनाव में पंजाब से लोक सभा सीट जीती।
उमा भारती- केंद्रीय पेय जल एवं स्वच्छता मंत्री
उमा भारती छह बार की संसद सदस्य और एक बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनका उदय भारतीय राजनीति में राम जन्मभूमि आंदोलन के समय में हुआ। उमा भारती का जन्म वर्ष 1959 में मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में हुआ। इन्होंने केवल कक्षा छह तक पढ़ाई की। वो कम उम्र में ही साध्वी बन गयी। इनका जुड़ाव राजमाता विजयराजे सिंधिया से हुआ, जो इनके राजनीति में आने की वजह बनीं। उमा भारती ने 25 वर्ष का आयु में चुनाव लड़ा लेकिन हार गयी। बाद में वर्ष 1989 में वो चुनाव जीतकर संसद पहुंची। अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में वो कैबिनेट मंत्री बनीं। इस दौरान इन्होंने ह्यूमन रिसोर्स डेवल्पमेंट, टूरिज्म, यूथ अफेयर और खेल, कोल माइन के पोर्टफोलियों पर रहते हुए कार्य किया। उमा भारती वर्ष 2004 में मध्य प्रदेश की सीएम बनीं हालांकि बाद में इन्होंने भाजपा छोड़कर अपनी जनशक्ति पार्टी का गठन किया। हालांकि वर्ष 2011 में भाजपा लौट आयीं और इन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया। वर्ष 2014 के आम चुनाव में उमा भारती ने झांसी से चुनवा जीत और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं।
मोदी सरकार में महिला राज्य मंत्री
कृष्णा राज - कृषि और किसान कल्याण मंत्री
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री- कृष्णा राज भाजपा की राजनेता हैं, जो कि उत्तर प्रदेश की मोहम्मदी सीट से वर्ष 1996 और 2007 में चुनाव जीता। कृष्णा पटेल का जन्म वर्ष 1967 में उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में हुआ। इन्होंने 16वीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश के शाहजहां से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
अनुप्रिया पटेल - स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री
अनुप्रिया पटेल 16वीं लोकसभा सांसद हैं। इन्होंने वर्ष 2014 के चुनावों में उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट से अपना दल की ओर से चुनाव लड़ा और चुनाव जीता। अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री हैं तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री के रूप में कार्यरत है। अनुप्रिया पटेल अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं इनके पिता अपना दल के संस्थापक डा० सोनेलाल पटेल थे।
साध्वी निरंजन ज्योति - खाद्य प्रसंस्करण और उद्योग मंत्री
साध्वी निरंजन ज्योति उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से बीजेपी सांसद है। 2014 में लोकसभा का चुनाव जीतने से पहले हमीरपुर से विधायक भी रह चुकी है।