मोदी कैबिनेट के विस्तार से आगे बढ़ेगी न्यू इंडिया बनाने की यात्रा
पीएम मोदी ने आज अपनी कैबिनेट को तीसरा विस्तार दिया है। इसमें चार मंत्रियों को प्रमोशन और नौ अन्यों को कैबिनेट में शामिल किया गया है।
नई दिल्ली (स्पेशल डेस्क)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी कैबिनेट का तीसरा विस्तार किया है। पीएम मोदी ने आज कैबिनेट में शामिल हुए सभी नए मंत्रियों को टवीट कर बधाई भी दी है। यह विस्तार 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है। हालांकि इस विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों से इस्तीफा भी लिया गया है। आज हुए इस कैबिनेट विस्तार में जो खास बात थी वह यह रही कि इस शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भाग नहीं लिया। माना जा रहा है कि वह अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने को लेकर काफी नाराज हैं। कहा ये भी जा रहा है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने से भी इंकार कर दिया है।
उमा भारती नहीं हुई समारोह में शामिल
बहरहाल, उमा भारती एक तेज तर्रार नेता के तौर पर जानी जाती हैं। वह किसी से भी अपनी बात या अपनी नाराजगी व्यक्त किए बिना नहीं रहती हैं। लाल कृष्ण आडवाणी भी सार्वजनिक तौर पर उनकी नाराजगी झेल चुके हैं। इसके अलावा आज के शपथ ग्रहण समारोह में शिवसेना ने भी हिस्सा नहीं लिया है। उमा भारती ने टवीट कर कहा है कि वह वाराणसी में नहीं बल्कि अपने संसदीय क्षेत्र ललितपुर में हैं। वहीं इस शपथ ग्रहण समारोह में जदयू का भी कोई नेता नहीं है। आपको याद होगा कि बिहार में राजनीतिक स्तर पर हुए परिवर्तन के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि जदयू कैबिनेट विस्तार का हिस्सा हो सकती है।
वाराणसी में नहीं हूँ अपने संसदीय क्षेत्र झाँसी-ललितपुर में हूँ, पहले से तय कार्यक्रम संकल्प से सिद्दी में भाग ले रही हूँ.— Uma Bharti (@umasribharti) September 3, 2017
पहली बार देश में छह महिला कैबिनेट मंत्री
आज होने वाला कैबिनेट विस्तार कई मायनों में अहम है। दूरदर्शन के मुताबिक आजाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि छह महिला कैबिनेट मंत्री हैं। इस विस्तार के अहम होने की दूसरी वजह यह भी है कि पीएम मोदी ने उन नेताओं को पद से हटाया है जिनकी परफोर्मेंस संतोषपूर्ण नहीं थी। इसके अलावा आज हुए कैबिनेट विस्तार में पीएम मोदी ने उन लोगों को शामिल किया है जिनका प्रशासनिक अनुभव काफी बेहतर रहा है। इसमें चाहे पूर्व गृह सचिव रहे आरके सिंह हों या फिर मुंबई के पुलिस कमिश्नर रहे डॉक्टर सत्यपाल सिंह या पूर्व ब्यूरोक्रेट अल्फोंस कन्नथनम या संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर रहे हरदीप पुरी हों। इन सभी को लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है। इसके अलावा कैबिनेट में शामिल अश्विनी कुमार चौबे का बिहार सरकार में मंत्री के तौर पर दस वर्षों का अनुभव रहा है।
I congratulate my colleagues @dpradhanbjp, @PiyushGoyal, @nsitharaman and @naqvimukhtar on joining the Union Cabinet.— Narendra Modi (@narendramodi) September 3, 2017
चार मंत्रियों को मिला प्रमोशन
आज के शपथ ग्रहण समारोह में जहां चार मंत्रियों का प्रमोशन किया गया है वहीं नौ राज्य मंत्री भी बनाए गए हैं। प्रमोशन पाने वालों में निर्मला सीतारण, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी और पीयूष गोयल का नाम शामिल है। आज हुए विस्तार के बाद मुमकिन है कि देश को नया रक्षा मंत्री भी मिल जाएगा। रक्षा मंत्री का पदभार फिलहाल अतिरिक्त तौर पर वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास है। मनोहर पर्रीकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाने के बाद से ही यह पद खाली है। आज हुए इस विस्तार में उत्तर प्रदेश और बिहार से चार-चार मंत्री बनाए गए हैं। इस मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम मोदी ने कई चीजों को एकसाथ साधने की कोशिश की है। उत्तर प्रदेश जो कि देश का सबसे बड़ा प्रदेश है उससे चार मंत्री बनाने की वजह भी यही है। मिशन 2019 में हमेशा की तरह उत्तर प्रदेश और बिहार पर भाजपा की पैनी निगाह है। यूं भी लोकसभा चुनाव में अब महज 18 माह शेष हैं।
Watch LIVE as #PresidentKovind administers oath of office and secrecy to members of Council of Ministers at RPB https://t.co/diWX5HhsDw— President of India (@rashtrapatibhvn) September 3, 2017
आज शपथ लेने वाले मंत्री
धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बासी नकवी, शिव प्रताप शुक्ला, अश्विनी कुमार चौबे, वीरेंद्र कुमार, अनंत कुमार हेगड़े, आरके सिंह, हरदीप सिंह पुरी, गजेंद्र सिंह शेखावत।
मंत्रियों को मिली ये जिम्मे्दारी
पीयूष गोयल- रेल मंत्रालय, कोयला मंत्रालय
निर्मला सीतारमण- रक्षा मंत्रालय
धर्मेंद्र प्रधान- केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय
मुख़्तार अब्बास नक़वी- अल्प संख्यक मामलों
नौ नए राज्य मंत्री
राज कुमार सिंह- बिजली विभाग (स्वतंत्र प्रभार)
हरदीप सिंह पुरी- शहरी विकास मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार)
गजेंद्र सिंह शेखावत- कृषि मंत्रालय
केजे अल्फोंस- पर्यटन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय
अश्विनी चौबे- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
अनंत हेगड़े- कौशल विकास मंत्रालय
डॉ. सत्य पाल सिंह- मानव संसाधन विकास, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण
शिव प्रताप शुक्ला- वित्त मंत्रालय
वीरेंद्र कुमार- महिला एवं बाल विकास, अल्पसंख्यक मामले
मंत्रालयों में हुए फेरबदल
नितिन गडकरी- गंगा सफ़ाई मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया
राज्यवर्द्धन सिंह राठौर- खेल एवं युवा मामले (राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
विजय गोयल- संसदीय कार्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
महेश शर्मा- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन में राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार
सुरेश प्रभु- केंद्रीय वाणिज्य मंत्री
गिरिराज सिंह- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार)
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