पढ़ें कपिल मिश्रा ने क्यों कहा- '50 करोड़ का सौदा है, आंदोलन के पौधे को रौंदा है'
पार्टी द्वारा राज्यसभा के लिए तीन नाम तय होने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कवि कुमार विश्वास ने कहा, 'मैंने जो-जो सच बोला, उसका पुरस्कार दंड स्वरूप मुझे दिया गया।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने राज्यसभा के लिए तीन नाम तय कर दिए हैं। दिल्ली में प्रचंड बहुमत के साथ सत्तासीन आम आदमी पार्टी की तरफ से सुशील गुप्ता, एनडी गुप्ता और संजय सिंह राज्यसभा जाएंगे। यह नाम तय होने के साथ ही पार्टी के भीतर कभी उनके करीबी रहे कुमार विश्वास ही नहीं पार्टी से बाहर हो चुके कपिल मिश्रा व अन्य लोगों ने भी चुटकी ली है।
सभी जानते हैं कि कुमार विश्वास पिछले काफी समय से राज्यसभा सीट हासिल करने के लिए लामबंदी कर रहे थे। उन्होंने खुलेआम राज्यसभा जाने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन केजरीवाल ने उन्हें राज्यसभा का टिकट थमाना तो दूर अपने एक पुराने इंटरव्यू का एक हिस्सा री-ट्वीट करके संदेश दिया कि जिन्हें टिकट या पद की लालसा है वे पार्टी छोड़ दें।
पार्टी द्वारा राज्यसभा के लिए तीन नाम तय होने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कवि कुमार विश्वास ने कहा, 'मैंने जो-जो सच बोला, उसका पुरस्कार दंड स्वरूप मुझे दिया गया। अरविंद ने मुझे मुस्कुराते हुए कहा था- 'सरजी आपको मारेंगे, पर शहीद नहीं होने देंगे।' मैं उनको बधायी देता हूं कि मैं अपनी शाहदत स्वीकार करता हूं।'
उन्होंने केजरीवाल को संबोधित करते हुए आगे कहा, 'मैं जानता हूं आपकी इच्छा के बिना हमारे दल में कुछ नहीं होता। आपसे असहमत रहकर वहां जीवित रहना मुश्किल है। मैं पार्टी आंदोलन का हिस्सा हूं तो ये अनुरोध करता हूं कि शहीद तो कर दिया पर इस शव से छेड़छाड़ न करें।'
कपिल मिश्रा ने तो इसके बाद बकायदा अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोल डाल करा डाला है। उनके पोल का सवाल है, 'क्या आपको लगता है केजरीवाल ने राज्यसभा की सीटों को पैसे लेकर बेचा है?' मजेदार बात यह है कि उनके इस पोल में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। कुछ ही घंटे में उनके इस पोल पर करीब साढ़े 5 हजार लोगों ने राय दी है और उनमें से 86 फीसद लोगों को लगता है ऐसा हुआ है, जबकि 14 फीसद लोगों को लगता है कि पैसा लेकर सीट नहीं बेची गई है।
यही नहीं कपिल मिश्रा ने एक और ट्वीट किया, जिसका अर्थ आप खुद ही निकाल सकते हैं- '50 करोड़ का सौदा है, आंदोलन के पौधे को रौंदा है।'
कभी केजरीवाल के सिपहसलार रहे योगेंद्र यादव ने इस बारे में ट्वीट किया- 'पिछले तीन साल में मैंने ना जाने कितने लोगों को कहा कि अरविंद केजरीवाल में और जो भी दोष हों, कोई उसे ख़रीद नहीं सकता। इसीलिए कपिल मिश्रा के आरोप को मैंने ख़ारिज किया। आज समझ नहीं पा रहा हूं कि क्या कहूं? हैरान हूं, स्तब्ध हूं, शर्मसार भी।
मयंक गांधी ने भी आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के मामले में ही घेरा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि अब आप और बसपा में कोई फर्क नहीं रह गया है।