सिख दंगों के आरोप में जगदीश टाइटलर से पूछताछ
चश्मदीद के बेटे नरिंदर सिंह से बात की है, लेकिन वह सीबीआइ के सामने बयान देने को तैयार नहीं है। अदालत की फटकार के बाद सीबीआइ ने चार महीने के भीतर इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी जांच पूरी करने का भरोसा दिया था।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सिख दंगों का आरोप कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर का पीछा नहीं छोड़ रहा है। गुरूद्वारा पुलवंगश में तीन सिखों की हत्या के आरोप में सीबीआइ ने टाइटलर से लगभग चार घंटे तक पूछताछ की। सीबीआइ इस मामले में जगदीश टाइटलर को क्लीनचिट देते हुए क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है, लेकिन अदालत में क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया था और सीबीआइ को सभी पहलुओं की बारीकी से जांच का आदेश दिया था।
सीबीआइ के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार जगदीश टाइटलर को मुख्यालय में पूछताछ के लिए समन किया गया था। बताया जाता है कि पहले की तरह टाइटलर नेतीन सिखों की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। दरअसल कनाडा में रहने वाले एक व्यक्ति ने दावा किया था कि उसने टाइटलर को सिखों की हत्या के लिए भीड़ को निर्देश देते हुए देखा था। लेकिन वह कभी भी सीबीआइ के सामने बयान देने के लिए हाजिर नहीं हुआ। पिछले महीने सीबीआइ ने मामले की सुनवाई कर रहे विशेष अदालत को बताया कि उसने चश्मदीद के बेटे नरिंदर सिंह से बात की है, लेकिन वह सीबीआइ के सामने बयान देने को तैयार नहीं है।
अदालत की फटकार के बाद सीबीआइ ने चार महीने के भीतर इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी जांच पूरी करने का भरोसा दिया था। इस सिलसिले में जगदीश टाइटलर को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। देखना यह है कि घटना के 32 साल बाद सीबीआइ कौन सा नया सबूत अदालत के सामने पेश करती है। बिना किसी चश्मदीद गवाह के सीबीआइ के लिए जगदीश टाइटलर के खिलाफ आरोपों को साबित करना आसान नहीं होगा।
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