Move to Jagran APP

जन्‍मदिन पर आईटीबीपी के जवानों को मिलेगा बुके, केक और आधे दिन की छुट्टी

यूनिट के नोटिस बोर्ड पर अब जन्मदिन पर लड़के या लड़की के नाम का जिक्र करेगा और कर्मचारियों को एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एक गुलदस्ता से बधाई दी जाएगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 06:03 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 06:03 PM (IST)
जन्‍मदिन पर आईटीबीपी के जवानों को मिलेगा बुके, केक और आधे दिन की छुट्टी
जन्‍मदिन पर आईटीबीपी के जवानों को मिलेगा बुके, केक और आधे दिन की छुट्टी

नई दिल्‍ली, पेट्र। आईटीबीपी, जिसके जवान चीन के साथ भारत की सीमा पर तैनात हैं, ने सैनिकों को अपने जन्‍मदिन पर आधा दिन छुट्टी करने, जन्मदिन पर केक काटने और यूनिफार्म पहनने से छुट्टी के रूप में मनाने का फैसला किया है। इस प्रकार के नए उपायों के जरिये घर से दूर रहने वाले सैनिकों को मनोबल को मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है।

loksabha election banner

हाल ही में 90,000 सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों के कई दस्‍तों में इस ओदश के माध्‍यम से एक शुरुआत की गई है। पंजाब के पटियाला में तैनात आईटीबीपी के 51 वें बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर द्वारा जारी एक आदेश के मुताबिक, यूनिट के नोटिस बोर्ड पर अब जन्मदिन पर लड़के या लड़की के नाम का जिक्र करेगा और कर्मचारियों को एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एक गुलदस्ता से बधाई दी जाएगी।

यूनिट में जन्‍मदिन पर केक काट कर और स्नैक्स खाकर जश्न मनाया जाएगा। जो सैनिक वर्दी में नहीं होंगे, उन्हें अपनी सर्वश्रेष्ठ पोशाक पहनने की अनुमति दी जाएगी। यदि कोई दबाव नहीं है तो आधा दिन की छुट्टी दी जाएगी।

आदेश में कहा गया है कि जब हम जश्‍न को साझा करते हैं तो खुशी बढ़ जाती है। चूंकि हमारे जवानों को अपने काम की प्रकृति के कारण लंबे समय तक अपने परिवारों से दूर रहना पड़ता है इसलिए हमने जन्मदिन को विशेष बनाने का फैसला किया है। इससे यूनिट में सैनिकों के मनोबल को बढ़ावा मिलेगा और उनके दोस्‍ती को बढ़ाया जाएगा।

अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले में एक आगे के क्षेत्र में भारत-तिब्बती सीमा पुलिस बल के 'पशु परिवहन' विंग में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सुधाकर नटराजन ने निर्देश जारी किए हैं कि यदि सैनिक छुट्टी या असाइनमेंट पर नहीं है और इकार्इ् में मौजूद है तो कोई जन्मदिन नहीं छोड़ा जाएगा। हाल ही में कॉन्स्टेबल रोशन और पंकज के जन्मदिन मनाए गए जो 10 अगस्त को 28 हो गए।

एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जवान अपने परिवारों को याद न करें और उनके मनोबल को ऊंचा बनाए रखा जाए।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.