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माइनस 15 डिग्री तापमान में ITBP जवानों को सर्दी से बचाएंगे विशेष कपड़े

वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर तापमान शून्य से 15 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। ऐसे में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने अपने जवानों को विशेष कपड़ों और पर्वतारोहण उपकरणों से सुसज्जित किया है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 08:06 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 08:06 AM (IST)
माइनस 15 डिग्री तापमान में ITBP जवानों को सर्दी से बचाएंगे विशेष कपड़े
आइटीबीपी जवानों को सर्दी से बचाने के लिए विशेष कपड़े गए।

नई दिल्ली, एएनआइ। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) अपने जवानों को सर्दी के सितम से बचाने के लिए विशेष कपड़े तथा अन्य साजो-सामान उपलब्ध करा रहा है। बल के महानिदेशक एसएस देसवाल ने सोमवार को बताया कि सीमा क्षेत्रों में बढ़ रही सर्दी को देखते हुए जवानों के लिए उचित वर्दी और राशन का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। उन्हें स्पेशल क्लोदिंग एंड माउंटेनियरिंग इक्विपमेंट (एससीएमई) दिया गया है।

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बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तापमान माइनस 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। एलएसी पर हालात के बारे में पूछे जाने पर देसवाल ने कहा कि भारतीय सुरक्षा बल पूरी ताकत से सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'इन दिनो लेह में तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे और यह एलएसी पर शून्य से 15 डिग्री सेल्सियस नीचे बना हुआ है। हमारे जवान इस तरह के कठोर मौसम को सहन करने के लिए एससीएमई से लैस हैं'।

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर एसएस देसवाल ने कहा कि भारतीय सुरक्षा बल अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं में सीमाओं पर पहरा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, 'जवानों की देखभाल के लिए डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी वहां उपलब्ध हैं और किसी भी आपात स्थिति में उन्हें इलाज के लिए लेह ले जाने की सुविधा है।'

देश की सभी सीमाओं पर सीमा चौकियों (बीओपी) को बढ़ाने की आईटीबीपी की योजना के बारे में बताते हुए डीजी ने कहा, 'हमने नए बीओपी के लिए स्थानों की पहचान की है और हम राज्य सरकारों से भूमि प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं। अगले साल के अंत तक अरुणाचल प्रदेश में दर्जनों बीओपी तैयार हो जाएंगे।


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