वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदे पर इटली से मांगी रिपोर्ट
नई दिल्ली [जाब्यू]। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अतिविशिष्ट व्यक्तियों के लिए वीवीआइपी हेलीकॉप्टर खरीद सौदे में घोटाले की बढ़ती आशंकाओं के बीच रक्षा मंत्रालय ने इटली सरकार से विस्तृत रिपोर्ट देने का आग्रह किया है। वहीं 3,500 करोड़ रुपये से अधिक के इस सौदे में रिश्वतखोरी के आरोपों पर इटली में चल रही जांच को लेकर सरकार ने रोम में
नई दिल्ली [जाब्यू]। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अतिविशिष्ट व्यक्तियों के लिए वीवीआइपी हेलीकॉप्टर खरीद सौदे में घोटाले की बढ़ती आशंकाओं के बीच रक्षा मंत्रालय ने इटली सरकार से विस्तृत रिपोर्ट देने का आग्रह किया है। वहीं 3,500 करोड़ रुपये से अधिक के इस सौदे में रिश्वतखोरी के आरोपों पर इटली में चल रही जांच को लेकर सरकार ने रोम में मौजूद भारतीय राजदूत से भी अपडेट रिपोर्ट देने को कहा है।
मामले को लेकर स्विटजरलैंड में एक कंसल्टेंट की गिरफ्तारी की खबरों के बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने मंत्रालय के अधिकारियों को इटली सरकार से भी जांच के बारे में ताजा रिपोर्ट प्राप्त करने के निर्देश दिए। विचार-विमर्श कर इटली सरकार से संपर्क साधा गया है। महत्वपूर्ण है कि मामले को लेकर रक्षा मंत्रालय मई, 2012 में भी रोम स्थित भारतीय दूतावास की रिपोर्ट से पूरी तरह संतुष्ट नहीं था। इसी के मद्देनजर इस बारे में सीधे इटली सरकार से भी जांच के बारे में जानकारी साझा करने का आग्रह किया गया है।
स्विटजरलैंड पुलिस ने गुइडो राल्फ हाशके नामक 62 वर्षीय कंसल्टेंट को गत शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। इतालवी सरकार के आग्रह पर हुई इस गिरफ्तारी में शक है कि भारत के साथ सौदा कराने के लिए हाशके को पाच करोड़ यूरो [करीब 350 करोड़ रुपये] से अधिक का कमीशन दिया गया था। हालाकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इस सौदे के लिए भारत में किसी तरह की रिश्वत दी गई या नहीं।
2010 में भारतीय वायुसेना और इटली की कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के बीच 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टर के खरीद सौदे से पहले ईमानदारी व पारदर्शिता बरतने का भी करार हुआ था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अगर सौदे में किसी भी घोटाले के सबूत मिले तो करारनामे की शर्तो के मुताबिक भारत कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगा। उक्त करार के मुताबिक, 12 वीवीआइपी हेलीकॉप्टर खरीदे जाएंगे। सौदे के लिए किसी भी बिचौलिए या संस्था का सहारा नहीं लिया जाएगा। इतालवी एजेंसियां 2011 से एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनी फिमैकेनिका व उसकी सहयोगी कंपनियों [अगस्ता-वेस्टलैंड समेत] में वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है।
- अगस्ता-वेस्टलैंड से 3,500 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे जा रहे 12 हेलीकॉप्टर
- वायुसेना की कम्यूनिकेशन स्क्वाड्रन में शामिल होंगे एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टर
- अगले साल भारत को मिलने हैं हेलीकॉप्टर
- बीते एक साल से इतालवी कंपनी फिनमैकेनिका [अगस्ता-वेस्टलैंड समेत] के खातों में अनियमितता की हो रही है जांच
- भारत के साथ सौदे के लिए इतालवी राजनीतिक पार्टी लेगा नॉर्ड को कमीशन भुगतान के भी लगे हैं आरोप
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