पिस्तौल इटालियन, चॉकलेट थाईलैंड का और सिम श्रीनगर का
दयालाचक्क और जंगलोट सैन्य शिविर पर हुए हमले में मारे गए तीन आतंकियों से बरामद पिस्तौल इटालियन निकली तो चॉकलेट थाईलैंड के हैं। मोबाइल का सिमकार्ड श्रीनगर का है और दवाएं पाकिस्तान में बनी हुई। अलग-अलग देशों का सामान मिलने से हमले की गुत्थी और उलझ गई है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने का प्रयास कर
कठुआ, जासं। दयालाचक्क और जंगलोट सैन्य शिविर पर हुए हमले में मारे गए तीन आतंकियों से बरामद पिस्तौल इटालियन निकली तो चॉकलेट थाईलैंड के हैं। मोबाइल का सिमकार्ड श्रीनगर का है और दवाएं पाकिस्तान में बनी हुई। अलग-अलग देशों का सामान मिलने से हमले की गुत्थी और उलझ गई है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि आतंकियों का मकसद क्या था।
आतंकियों से बरामद दवाओं में सिरदर्द के अलावा इंटरनल व एक्सटरनल ब्लीडिंग को रोकने की दवा है। एक दवा ऐसी भी है जिसे शरीर पर लगाने के बाद कोई जीव-जंतु पास नहीं आता है। इस सामान के बाद मुख्य कड़ी मोबाइल से भी जुड़ी है। बरामद दो मोबाइल में एक आतंकियों का हो सकता है। इसके सिम पर किसी अन्य देश में भी बातचीत हुई है। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह सिम कार्ड किसके नाम से है और कहां से जारी हुआ है।
यूनाइटेड जेहाद काउंसिल ने ली हमले की जिम्मेदारी
जम्मू : राज्य में सक्रिय स्थानीय आतंकियों के सबसे बड़े संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन और विभिन्न आतंकी संगठनों के साझा मंच यूनाइटेड जेहाद काउंसिल के चेयरमैन सैयद सलाहुद्दीन ने सोमवार को कठुआ हमले की जिम्मेदारी ली। सलाहुद्दीन ने कहा कि शोहदा ब्रिगेड वास्तव में हिजबुल का ही एक दस्ता है। यह दस्ता आने वाले दिनों में भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में अपनी गतिविधियों को जारी रखेगा।