दक्षिण अफ्रीका में सत्ता से खिलवाड़ करने वाले यूपी के अजय गुप्ता के घर आयकर का छापा
वह दक्षिण अफ्रीका में एस्टीना डेयरी कंपनी के प्रोजेक्ट मामले में काले धन से जुड़े मामले में भी अभियुक्त हैं।
सहारनपुर (एएनआई)। आयकर अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले और भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी बिजनेसमैन अजय गुप्ता के घर पर छापा मारा। बताया जाता है कि आयकर अधिकारियों ने अजय गुप्ता और उसके भाई की संपत्ति और उनके कार्यालय पर छापा मारा।
अजय गुप्ता को दक्षिणी अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के बहद करीबी सहयोगी माना जाता है। वह दक्षिण अफ्रीका में एस्टीना डेयरी कंपनी के प्रोजेक्ट मामले में काले धन से जुड़े मामले में भी अभियुक्त हैं।
16 फरवरी को दक्षिणी अफ्रीकी अधिकारियों ने इस हाइ प्रोफाइल मामले की जांच कर रहे थे। वे पता लगाने की कोशिश कर रहे है कि अजय गुप्ता कहां छुपा बैठा है। सभी दक्षिणी अफ्रीका के बंदरगाह को भी हाइ अलर्ट पर रखा गया है।
कौन हैं अजय गुप्ता
तीन दशक पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के अजय गुप्ता दिल्ली गए और 1993 में कारोबार के लिए दक्षिण अफ्रीका चले गए। उनके पिता शिव कुमार राशन दुकान चलाते थे। यहां उनका पुश्तैनी मकान भी था। युवावस्था से ही अजय बड़े महत्वाकांक्षी थे। पहले दिल्ली में उन्होंने एक होटल में नौकरी की। भाई राजेश गुप्ता व अतुल के साथ मिलकर दक्षिण अफ्रीका में सहारा कंप्यूटर्स की नींव रखी। सहारनपुर के हकीकत नगर भगत सिंह कॉलोनी में भी करीब 12 वर्ष पहले सहारा कंप्यूटर्स के भव्य शोरूम का उद्घाटन हुआ था। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी अजय और उनके भाइयों पर अफ्रीकी सरकार की नीतियां बदलवाकर लाभ अर्जित करने का आरोप है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे जैकब ने दिया इस्तीफा
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने भ्रष्टाचार पर चारों तरफ से घिर चुकने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के साथ ही इस मामले में कारोबारी अजय गुप्ता का नाम भी आने लगा। दक्षिण अफ्रीका में कारोबारी साम्राज्य खड़ा करने वाले अजय गुप्ता समेत तीन भाइयों के घरों पर जोहानिसबर्ग पुलिस ने छापा मारा। परिवार के एक सदस्य को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसी परिवार पर जुमा के साथ मिलकर आर्थिक अनियमितता करने का आरोप है। दिलचस्प बात यह है कि पूरा परिवार उप्र स्थित सहारनपुर का मूल निवासी है।
सत्ता बदलने के बाद से ही अजय पुलिस के निशाने पर
दक्षिण अफ्रीका में सत्ता बदलने के साथ ही अजय गुप्ता पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। उसको भगोड़ा घोषित कर पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अजय गुप्ता ने पहले ही देश छोड़ दिया था। दक्षिण अफ्रीका में जैकब जुमा के राष्ट्रपति पद छोड़ने का मुख्य कारण बने भारतीय कारोबारी अजय गुप्ता को शायद समय बदलने का आभास हो गया था। इसीलिए वह छह फरवरी को ही दक्षिण अफ्रीका से निकल लिए थे।
सत्ता बदलने के बाद गुप्ता बंधुओं के सितारे गर्दिश में
कुछ समय पहले दुबई जाने वाली फ्लाइट से दक्षिण अफ्रीका से रवाना हुए थे। जोहानिसबर्ग एयरपोर्ट प्रशासन ने यह जानकारी दी है। वैसे गुप्ता को पिछले हफ्ते देहरादून में देखा गया था। उत्तराखंड पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। लेकिन इस समय अजय गुप्ता लापता हैं। दक्षिण अफ्रीका में जैकब जुमा के इस्तीफे और सिरिल रामाफोसा के राष्ट्रपति बनते ही साधन संपन्न गुप्ता बंधुओं के सितारे गर्दिश में चले गए। गुप्ता बंधुओं की दुबई सहित दुनिया के कई शहरों में संपत्तियां हैं।
जैकब जुमा का बेटा भी था शामिल
गुप्ता बंधुओं से जुड़े मामले की जांच पुलिस की विशेष इकाई हॉक कर रही है। उसी ने गुप्ता बंधुओं के जोहानिसबर्ग स्थित आवास पर छापा मारा था और तीन लोग गिरफ्तार किए थे। इस सिलसिले में हॉक ने कुल आठ लोगों को अदालत में पेश करके पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लिया है। जिन लोगों को रिमांड पर लिया गया है उनमें गुप्ता बंधुओं का भांजा वरुण गुप्ता भी शामिल है। वह गुप्ता की फर्म शिवा यूरेनियम का कार्यकारी निदेशक है। जैकब जुमा का बेटा डुडूजेन भी एक समय इस फर्म में निदेशक था।