केरल से राहत की ख़बर, अगले 5 दिनों में कम होगी बारिश, राहत-बचाव का काम जारी
मौसम विभाग के अधिकारी मृत्युंजय महापात्रा ने बताया है कि आने वाले 4-5 दिनों में केरल में भारी बारिश का स्तर कम होगा
नई दिल्ली, एएनआई। केरल में बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सैकड़ो लोग इस आपदा में काल के गाल में समा गए हैं जबकि हजारों लापता हैं, इस बीच मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है। मौसम विभाग के अधिकारी मृत्युंजय महापात्रा ने बताया है कि आने वाले 4-5 दिनों में केरल में भारी बारिश का स्तर कम होगा और धीरे-धीरे यहां का जलस्तर भी कम हो जाएगा।
केरल में 8 अगस्त से हो रही तेज बारिश के चलते वहां आई बाढ़ और भूस्खलन से राज्य मे हाहाकार मचा हुआ है। इस बाढ़ के चलते केरल राज्य के हजारों मकान जल प्रलय में समा गए। इस प्राकृतिक आपदा के चलते राज्य में 357 से ज्यादा लोगों की मौते हो चुकी हैं जबकि हजारों लोग लापता हो गए हैं जबकि लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। सेना ने बड़ी बहादुरी के साथ राहत और बचाव का काम संभाला है और बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है।
केरल की इस जलप्रलय में बाढ़ पीड़ितों के लिए सेना भगवान बनकर प्रकट हुई है, रविवार को भारतीय वायुसेना के गरुड़ स्पेशल फोर्स के विंग कमांडर प्रशांत ने अलप्पुझा के बाढ़ प्रभावित शहर में छत से एक बच्चे को एयरलिफ्ट कर बचाया। इसके पहले सेना ने एक प्रेग्नेंट महिला और कई बुजुर्ग दंपतियों को एयर लिफ्ट कर उनकी जान बचा चुकी है। अभी भी सेना और एनडीआरफ का राहत और बचाव का अभियान जारी है।
पीएम मोदी ने कर्नाटक के सीएम को किया अलर्ट
वहीं पीएम मोदी ने पड़ोसी राज्य कर्नाटक को भी बाढ़ से अलर्ट रहने को कहा, पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री एचडी कुमारस्वामी जी को राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया गया। बचाव और राहत कार्यों में सभी संभव प्रयास जारी हैं। मैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उन लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।'
पलक्कड़ में भूस्खलन
भारी बारिश के चलते पलक्कड़ के नेल्लियंपैथी पहाड़ी इलाके में सड़कों पर भारी भूस्खलन हुआ है। राहत एवं बचाव दल द्वारा सड़क से मलबा हटाने का काम जारी है।
महाराष्ट्र ने भेजी राहत सामग्री
केरल बाढ़ में राहत शिविरों के लिए मुंबई से आईएनएस मैसूर जहाज में राशन, पानी और दैनिक जरूरत की राहत सामग्री भेजी गई है। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए 30 टन राहत सामग्री समेत भोजन के पैकेट और सेनेटरी नैपकीन पैड और पीने के लिए पानी की बोतलों समेत दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली 6.5 टन राहत सामग्री भेजी है।
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भेजी मदद
केरला बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता की घोषणा की, साथ ही उन्होंने केरल को भेजे जाने वाले 8 करोड़ रुपये के 500 मीट्रिक टन पॉलिथिन शीट का भी आदेश दिया है। इसके अलावा उन्होंने 244 अग्निशमन दल के लोग और 65 नौकाएं भी बाढ़ पीड़ितों के मदद के लिए भेजी हैं।
आरएसएस के सेवादल ने की बाढ़ पीड़ितों की मदद
केरला के त्रिवेंद्रम, कुमिली और पलक्कड़ जिलों में आरएसएस की सामुदायिक इकाई सेवा भारती ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। इस सेवादल ने बाढ़ पीड़ितों के कैंप में जाकर उनके लिए राहत सामग्री और भोजन के प्रबंध किए।
सीपीआई-एम के कार्यकर्ता भी मदद के निकले
वहीं केरल में सत्ताधारी पार्टी सीपीआई (एम) के कार्यकर्ता भी बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत और बचाव कार्यों में लगे रहे उन्होंने नेममार के विधायक के बाबू के साथ पलक्कड़ में बाढ़ पीड़ितों की मदद की।
केरल बाढ़ से 38000 लोगों को बचाया गया
केरल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अब तक एनडीआरफ और सेना के जवानों ने लगभग 38,000 लोगों के बचा लिया है। इनमें से 23,000 से अधिक लोगों को मेडिकल की सेवाएं दी गई हैं जो बाढ़ आने के बाद खराब स्वास्थ्य के चलते परेशान थे। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने बताया कि भारत सरकार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 3,00,000 खाद्य पैकेट की आपूर्ति की गई है।