विशाखापट्टनम गैस लीक मामले में केमिकल एक्सपर्ट की जरूरत: आपदा प्रबंधन
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित फैक्ट्री में गुरुवार सुबह गैस लीक होने की घटना से अफरातफरी मच गई।
नई दिल्ली, एएनआइ। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित फैक्ट्री में गुरुवार सुबह गैस लीक होने की घटना से अफरातफरी मच गई। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गुरुवार को बताया, ‘यह रासायनिक आपदा है और इसके लिए रसायन विभाग के विशेषज्ञों की जरूरत है ताकि रसायन प्रबंधन का पक्ष स्पष्ट हो सके।’ प्राधिकरण ने आगे बताया कि घटना पर बोर्ड की प्रतिक्रिया इस घटना पर क्या होनी चाहिए इसका जायजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (National Disaster Response Force, NDRF) के डायरेक्टर जनरल एस एन प्रधान (SN Pradhan) ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा,'हादसा रात के ढाई बजे हुआ। शुरुआत में लोगों को गले में कुछ परेशानी हुई फिर उन्हें शरीर में खुजली हुई और फिर गैस की बदबू आई।' इस संवाददाता सम्मेलन में NDMA के सदस्य और एम्स के निदेशक भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने की कोशिश की और घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन व फायर सर्विसेज वहां पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया, 'सुबह करीब 5.30 बजे विशाखापट्टनम में तैनात स्थानीय NDRF यूनिट को सूचित किया गया। घटनास्थल पर पहुंच सबसे पहले उन्होंने फैक्ट्री के भीतर गैस को न्यूट्रलाइज किया और वहां फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर ले गए।'
गैस लीक की इस घटना के बाद प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव (Principal Secretary) पीके मिश्रा (PK Mishra) ने उच्च स्तरीय समीक्षा के लिए मीटिंग की। इसमें उन्होंने घटनास्थल पर विशेषज्ञों को भेजने का आदेश दिया। साथ ही वहां राहत व बचाव के लिए तमाम उपायों को अपनाने का निर्देश जारी किया। इस मीटिंग में कैबिनेट सेक्रेटरी, होम सेक्रेटरी और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (National Disaster Response Force, NDRF), एम्स (AIIMS) के निदेशक (Director) व अन्य मेडिकल एक्सपर्ट शामिल थे।
विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव के एलजी पॉलिमर उद्योग में स्टाइरीन(Styrene) गैस रिसाव से हुए हादसे में एक बच्चे सहित 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 800 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह संख्या बढ़ने की आशंका है।