इसरो मई में लॉन्च करेगा रडार इमेजिंग सेटेलाइट, जुलाई-अगस्त में रक्षा उपग्रहों की लॉन्चिंग
भारत अपने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) रॉकेट के जरिये रडार इमेजिंग सेटेलाइट आरआइएसएटी 2बीआर1 को मई 2019 के अंत तक अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहा है।
By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 09:31 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2019 09:31 PM (IST)
चेन्नई, आइएएनएस। भारत अपने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) रॉकेट के जरिये रडार इमेजिंग सेटेलाइट आरआइएसएटी 2बीआर1 को मई 2019 के अंत तक अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहा है। यह जानकारी मंगलवार को सूत्रों ने दी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अधिकारियों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि 22 मई को पीएसएलवी रॉकेट के जरिये आरआइएसएटी 2बीआर1 को छोड़े जाने की संभावना है। आरआइएसएटी 2बीआर1 को लेकर जाने वाले रॉकेट को इसरो की नंबरिंग प्रणाली के मुताबिक पीएसएलवी-सी46 के रूप में नामित किया गया है और श्रीहरिकोटा में बने देश के पहले रॉकेट पोर्ट लांच पैड से इसका प्रक्षेपण किया जाएगा। आरआइएसएटी 2बीआर1 के लांच के बाद इसरो एक कार्टोग्राफी उपग्रह कैटोसेट-3 भेजेगा। भारत जुलाई या अगस्त में अपने नए रॉकेट स्मॉल सेटेलाइट लांच व्हीकल (एसएसएलवी) के साथ कुछ और रक्षा उपग्रहों को लांच करेगा।
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