आज फिर इतिहास रचेगा इसरो, दुश्मन देशों सहित चप्पे-चप्पे पर इस तरह रखेगा निगरानी
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लांच पैड से बुधवार सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर कार्टोसैट-3 का प्रक्षेपण होगा।
श्रीहरिकोटा, एजेंसी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) आज फिर इतिहास रचने जा रहा है। आज सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर इसरो आंध्र प्रदेश श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से एकसाथ 27 मिनट में 14 सैटेलाइटों का प्रक्षेपण करेगा। इन सैटेलाइट्स में सबसे उन्नत श्रेणी के बहुउद्देश्यीय सेटेलाइट कार्टोसैट-3का प्रक्षेपण, जो एक सैन्य जासूसी उपग्रह है। इससे भारत, अपने दुश्मन देशों सहित चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेगा।
इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को बताया कि इसके साथ 13 छोटे अमेरिकी सेटेलाइट भी होंगे। इस सेटेलाइट के माध्यम से पृथ्वी की छोटी से छोटी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लांच पैड से बुधवार सुबह 9.28 बजे कार्टोसैट-3का प्रक्षेपण होगा। इस श्रृंखला का यह नौवां सेटेलाइट होगा। न्यूज एजेंसी एएनआइ ने बताया कि पीएसएलवी-सी 47 मिशन के लांच के लिए 26 घंटे का काउंटडाउन मंगलवार सुबह 7.28 बजे शुरू हुआ था।
पीएसएलवी-सी47 रॉकेट अपने साथ कार्टोसैट-3और अमेरिका के 13 छोटे व्यावसायिक सेटेलाइट को लेकर उड़ान भरेगा। कार्टोसैट-3का कैमरा इतना ताकतवर है कि वह अंतरिक्ष से जमीन पर एक फीट से भी कम की ऊंचाई तक की स्पष्ट तस्वीरें ले सकता है। कार्टोसैट-3का कुल वजन लगभग 1,625 किलोग्राम है। यह सेटेलाइट शहर में नियोजन, ग्रामीण क्षेत्रों में ढांचागत विकास और संसाधनों की मैपिंग, तटवर्ती क्षेत्रों में भू उपयोग इत्यादि कामों में बहुत मददगार होगा।