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पुरी में इस्कॉन के जगन्नाथ मंदिर को लेकर मांगी रिपोर्ट

ओडिशा सरकार ने पुरी के जिला कलेक्टर द्वारा जांच कर इस बात की रिपोर्ट मांगी है कि क्या पुरी-कोणार्क विकास प्राधिकरण (पीकेडीए) ने पुरी में स्थित मुख्य मंदिर के पास इस्कॉन को 'जगन्नाथ मंदिर' बनाने की अनुमति दी है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2016 06:57 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2016 08:18 PM (IST)
पुरी में इस्कॉन के जगन्नाथ मंदिर को लेकर मांगी  रिपोर्ट

भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने पुरी के जिला कलेक्टर द्वारा जांच कर इस बात की रिपोर्ट मांगी है कि क्या पुरी-कोणार्क विकास प्राधिकरण (पीकेडीए) ने पुरी में स्थित मुख्य मंदिर के पास इस्कॉन को 'जगन्नाथ मंदिर' बनाने की अनुमति दी है।

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आवास एवं शहरी विकास मंत्री पुष्पेंद्र सिंहदेव ने कहा, 'हमने पुरी के जिला कलेक्टर को इस बात की जांच करने का निर्देश दिया है क्या इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कंससनेस (इस्कॉन) को पुरी में बड़ा जगन्नाथ मंदिर बनाने की अनुमति दी गई है। पुरी के कलेक्टर पीकेडीए के वाइस चेयरमैन भी हैं और वह शीघ्र ही इस संबंध में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।'

वहीं पुरी के कलेक्टर अरविंद अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने दस्तावेजों को देखने पर पाया है कि पीकेडीए ने इस्कॉन को राधा-कृष्ण मंदिर के निर्माण की अनुमति दी है। इस्कॉन के प्रस्ताव में भगवान जगन्नाथ का कोई जिक्र नहीं है। इस्कॉन द्वारा पुरी में दूसरा जगन्नाथ मंदिर बनाने के कथित प्रयास को लेकर होहल्ला मचने के बाद राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है।


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