हत्थे चढ़ा आइएसआइएस दहशतगर्द
दिल्ली पहुंचते ही टीम ने उसे हिरासत में ले लिया, एनआइए के नई दिल्ली स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया।
जागरण संवाददाता, जयपुर। आतंकी संगठन आइएसआइएस से संबंध रखने के आरोपी राजस्थान के चूरू जिला स्थित रतनगढ़ निवासी अमजद खान (37) को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी अमजद को सऊदी अरब प्रशासन ने चार अप्रैल को भारत के लिए रवाना किया था। उसके प्रत्यार्पण के लिए केंद्र सरकार की ओर से आग्रह किया गया था। दिल्ली पहुंचते ही टीम ने उसे हिरासत में ले लिया और पांच अप्रैल को गिरफ्तार दिखा कर एनआइए के नई दिल्ली स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया। यहां से अमजद को 12 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।
राज्य एटीएस के अनुसार अमजद खान वर्ष 2014 से सऊदी अरब के रियाद में काम कर रहा था। आरोपी ने अयान खान सलाफी उर्फ मोहम्मदी अयान उर्फ अलवारा वालवारा के नाम से सोशल साइट पर फर्जी अकाउंट बना रखा था। अमजद आतंकी संगठन 'जुनूद-उल-खिलाफ-फिल-हिंद' की गतिविधियों एवं उसके प्रचार-प्रसार तथा नए सदस्यों को जोड़ने में लिप्त बताया गया है। यह संगठन भारत में आइएसआइएस के मंसूबों को अंजाम देने में लगा है। सोशल मीडिया के माध्यम से नए सदस्यों को जोड़ना एवं पे्ररित करने में अमजद की मुख्य भूमिका बताई जा रही है। वह इनके माध्यम से भारत एवं अन्य देशों में आइएसआइएस एजेंट बनाकर प्रचार करता था।
अमजद दिसंबर 2015 से जनवरी 2016 में बेंगलुरु चर्च रोड ब्लास्ट मामले के आरोपित आलमजेब अफरीदी से भी संपर्क में था। अफरीदी अभी बेंगलुरु जेल में बंद है। जांच में सामने आया कि अमजद नफीस खान, सफी आरमर उर्फ यूसुफ अल हिंदी, रिजवान उर्फ खालिया उर्फ आजाद नामक एक अभियुक्त के संपर्क में था। इसमें एक अभियुक्त बाद में सरकारी गवाह बन गया। अमजद इनसे नवंबर-दिसंबर 2015 और जनवरी 2016 में लगातार ऑनलाइन संपर्क में रहा। सोमवार को राजस्थान एटीएस दिल्ली जाकर अमजद से पूछताछ करेगी।
'मेरा बेटा गलत नहीं'
अमजद के पिता बुनियाद खान का कहना है कि उनका बेटा ऐसा नहीं कर सकता। उस पर लग रहे आरोप गलत हैं। रेलवे में कार्यरत बुनियाद खान अभी परिवार सहित बीकानेर में रह रहे हैं। पिछले तीन दिन से पुलिस के अधिकारी निरंतर उनके घर जाकर पूछताछ कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: सड़क पर जानवर दिखते ही बज उठेगा गाड़ी का अलार्म