Move to Jagran APP

पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्‍ति योजना में 1800 करोड़ रुपये का हेर-फेर

महाराष्‍ट्र विधानसभा में ओबीसी छात्रों के लिए छात्रवृत्‍ति योजना की रकम में करोड़ों रुपये की राशि के हेर-फेर का पता चला है।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 13 Dec 2017 04:50 PM (IST)Updated: Wed, 13 Dec 2017 04:50 PM (IST)
पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्‍ति योजना में 1800 करोड़ रुपये का हेर-फेर
पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्‍ति योजना में 1800 करोड़ रुपये का हेर-फेर

नागपुर (प्रेट्र)। महाराष्‍ट्र सामाजिक न्‍याय मंत्री राजकुमार बडोले ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्‍ति कार्यक्रम के तहत 1,826.87 करोड़ रुपये की रकम का अनियमित तौर पर हेर-फेर है।

loksabha election banner

राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और पूर्व श्रम मंत्री हसन मुशरिफ ने विधानसभा में यह सवाल उठाया। इसके जवाब में बडोले ने कहा, ‘ओबीसी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के अनियमित वितरण के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था। 1,704 संस्‍थानों के ऑडिट के जरिए छात्रवृत्ति के 1,826.87 करोड़ के रकम के अनियमित वितरण का पता चला जिसमें से 96.16 करोड़ रकम प्राप्‍त कर लिए गए हैं।‘

उन्‍होंने सूचित किया कि राज्‍य में आदिवासी समुदायों के वेलफेयर के लिए काम कर रही 70 संस्‍थानों में विशेष जांच दल द्वारा अनियमितता का खुलासा किया गया। जबकि इनमें से दो संस्‍थान आदिवासी विकास मंत्रालय और 68 सामाजिक कल्‍याण विभाग के हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्‍य सरकार इन संस्‍थानों के खिलाफ पुलिस शिकायतें दर्ज करा रही है। बडोले ने बताया, ‘बरामद की गयी राशि को राज्‍य के सरकारी खजाने में जमा करा दिया गया है।‘ महाराष्‍ट्र विधानसभा का शीत सत्र नागपुर में जारी है।

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में 60,000 से ज्यादा शेल कंपनियां बंद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.