आइआरसीटीसी के कंफर्म टिकट को रद करने पर जानें क्या हुआ
यात्री के कंफर्म टिकट को रद करने का खामियाजा भारतीय रेलवे खानपान व पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) को भुगतना होगा।
नई दिल्ली, सुशील गंभीर। यात्री के कंफर्म टिकट को रद करने का खामियाजा भारतीय रेलवे खानपान व पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) को जुर्माना अदा कर भुगतना होगा। उपभोक्ता फोरम ने कहा कि आइआरसीटीसी की लापरवाही की वजह से यात्री को आपात स्थिति में हवाई जहाज का टिकट लेना पड़ा।
इस वजह से यात्री को काफी आर्थिक और मानसिक परेशानी हुई, लिहाजा 19 हजार 500 रुपये हवाई टिकट के, 15 हजार रुपये मानसिक परेशानी के बदले और 10 हजार रुपये केस खर्च के उपभोक्ता को अदा किए जाएं। फोरम ने 30 दिन में मुआवजा देने का निर्देश दिया, नहीं तो इसके बाद पैसा 10 फीसद वार्षिक ब्याज के साथ देना होगा।
दिल्ली के निवासी सुशोवन गुप्ता ने उपभोक्ता फोरम में दायर याचिका में कहा कि आइआरसीटीसी से कोलकाता के सियालदह रेलवे स्टेशन से अपने व परिवार के अन्य सदस्यों के लिए दिल्ली का टिकट बुक किया था।
राजधानी एक्सप्रेस का पांच जनवरी 2013 का टिकट था। वह जब रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले थे तभी ईमेल देखी, जोकि आइआरसीटीसी की तरफ से आई थी। उसमें लिखा था कि आपका टिकट रद कर दिया गया है और पैसे वापस कर दिए जाएंगे। उन्होंने जब इस बारे में रेलवे प्रबंधन से पूछताछ की तो पता चला कि किसी रोहित शर्मा ने ईमेल कर टिकट रद करने को कहा था।
गुप्ता के मुताबिक न तो वह किसी रोहित को जानते हैं और न ही उन्होंने किसी को टिकट रद करने की ईमेल करने को कहा था। गुप्ता ने फोरम में दलील दी कि न जाने किसकी ईमेल पर उनका टिकट रद कर दिया गया और उन्हें दिल्ली वापस आने के लिए हवाई जहाज का टिकट लेना पड़ा।
पैसे लौटा देने से जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती
याचिका पर जब फोरम ने आइआरसीटीसी से जवाब मांगा तो कहा गया कि ईमेल के बाद टिकट रद किया गया और दो दिन बाद उपभोक्ता के 3400 रुपये वापस कर दिए गए थे। इस पर फोरम ने कहा कि सिर्फ पैसे वापस करने से जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती। रेलवे प्रबंधन से सेवा में कोताही बरती है और इसके लिए मुआवजा देना ही होगा।