आतंकवाद से सर्वाधिक दहला इराक, भारत 8वें स्थान पर
25,673 2016 में दुनिया में आतंकवाद से हुई मौतें...2015 से 2016 के बीच दुनिया में आतंकवाद से होने वाली मौतों में 13 फीसद की कमी दर्ज की गई है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आतंकवाद ने पिछले साल इराक पर सर्वाधिक कहर बरपाया। वहां 9,765 लोग मारे गए। दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमश: अफगानिस्तान और नाइजीरिया रहे। बुधवार को इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा जारी ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स-2017 में यह दावा किया गया है। शीर्ष दस देशों की सूची में भारत आठवें स्थान पर है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में पिछले साल आतंकवाद तो बढ़ा लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में इससे हुई मौतों में कमी आई है।
मौतों में आई कमी
2015 से 2016 के बीच दुनिया में आतंकवाद से होने वाली मौतों में 13 फीसद की कमी दर्ज की गई है। 2014 से अब तक इसमें 22 फीसद की कमी दर्ज हुई। नाइजीरिया में सर्वाधिक कमी देखने को मिली। वहां 2016 के मुकाबले 2015 में 3,100 कम मौतें हुईं। वहीं इराक में 40 फीसद अधिक मौतें हुईं। 2015 के मुकाबले 2016 में भले ही दुनिया में आतंकवाद से मौतें कम हुई हों लेकिन वर्ष 2000 के बाद से 2016 तीसरा जानलेवा साल रहा।
आइएस रहा सर्वाधिक खूंखार
इंडेक्स में पिछले साल के लिए चार आतंकी संगठनों को सर्वाधिक खूंखार बताया गया है। इस्लामिक स्टेट पहले स्थान पर है। दूसरे व तीसरे स्थान पर क्रमश: बोको हराम और अलकायदा हैं। चौथे स्थान पर तालिबान है। आइएस ने 2016 में 9,132 हत्याएं की। 2015 के मुकाबले 2016 में उसने 50 फीसद अधिक हत्याएं की। बोको हराम ने 1,079, तालिबान ने 3,583 और अलकायदा ने 1,349 लोगों की जान ली।
अर्थव्यवस्था को लगी कम चपत
2016 में आतंकवाद से वैश्विक अर्थव्यवस्था को 84 अरब डॉलर की चपत लगी। 2015 में यह आंकड़ा 91 अरब डॉलर था। जबकि 2014 में यह 2000 से अब तक सर्वाधिक 104 अरब डॉलर था। 2014 के मुकाबले 2016 में आतंकवाद ने 19 फीसद कम चपत लगाई। जबकि 2015 के मुकाबले 2016 में यह आंकड़ा सात फीसद रहा।
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