फरजाद बी परियोजना में शामिल होने के लिए ईरान ने फिर रखा भारत के सामने प्रस्ताव, ONGC ने खोजा था गैस क्षेत्र
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि इस मसले पर भारतीय अधिकारियों की ईरान के अधिकारियों से वार्ता चल रही है। जुलाई 2020 में ईरान ने फरजाद-बी को खुद विकसित करने का फैसला किया था। उसके बाद उस परियोजना में भारत की भूमिका खत्म हो गई थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। फारस की खाड़ी में खोजे गए ईरान के फरजाद-बी गैस क्षेत्र को गंवाने के बाद भारत को इसके अगले चरण की परियोजना में फिर से शामिल होने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। यह गैस क्षेत्र भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने खोजा था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया है कि इस मसले पर भारतीय अधिकारियों की ईरान के अधिकारियों से वार्ता चल रही है। जुलाई 2020 में ईरान ने फरजाद-बी को खुद विकसित करने का फैसला किया था। उसके बाद उस परियोजना में भारत की भूमिका खत्म हो गई थी। लेकिन फिर एक बार ईरान ने इस परियोजना में शामिल होने का भारत के सामने प्रस्ताव रखा है। ओएनजीसी की सहयोगी इकाई ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने 2008 में फारस की खाड़ी में इस गैस क्षेत्र की खोज की थी।
बागची के अनुसार भारत गाजा में पैदा हुए ताजा तनाव से जुड़ी बातों पर गौर कर रहा है। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति का बयान खासा महत्वपूर्ण है। इस पर गौर किय जाना चाहिए।