मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस पर अक्टूबर में इंटरपोल का फैसला
मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस पर इंटरपोल का आंतरिक पैनल अक्टूबर में निर्णय लेगा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भगोड़े आभूषण व्यापारी मेहुल चोकसी की ओर से रेड कार्नर को लेकर लगाई गई गुहार पर इंटरपोल अगले महीने फैसला लेगा। फ्रांस के लियोन में इंटरपोल कमेटी रेड कार्नर नोटिस पर अक्टूबर में फैसला लेगी।
अमेरिका से हुआ था फरार
बता दें कि भारतीय एजेंसियों ने मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल के पास आवेदन किया हुआ है। इससे पहले जुलाई में इंटरपोल ने जानकारी दी थी कि चोकसी अमेरिका से फरार हो गया है। अमेरिका में रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने से पहले ही मेहुल चोकसी के अमेरिका से फरार होने की खबर इंटरपोल ने दी थी।
चोकसी के खिलाफ मजबूत केस
भारत ने मेहुल चोकसी के खिलाफ काफी मजबूत केस तैयार किया है। इसके पहले इंटरपोल ने भारत की रेड कार्नर नोटिस की सिफारिश को होल्ड कर लिया था क्योंकि मेहुल चोकसी ने इंटरपोल के सामने दावा किया था कि उसके खिलाफ केस राजनीतिक साजिश के तहत लगाए गए हैं। चोकसी ने भारतीय जेलों की खराब स्थिति का मामला भी उठाया था जिसका सीबीआई ने पूरी तरह से खंडन किया।
घोटाले का मास्टरमाइंड चोकसी
मेहुल चोकसी भारत में करीब 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के घोटाले का मास्टरमाइंड है। अब इंटरपोल के पांच सदस्यीय पैनल को इस मामले पर फैसला करना है। इस पैनल को ही दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस पर आदेश देना है। इंटरपोल मेहुल चोकसी के भांजे और इस घोटाले में सहभागी नीरव मोदी के खिलाफ पहले ही रेड कार्नर नोटिस जारी कर चुकी है। नीरव मोदी इस साल के शुरुआत में भारत से भाग गया था। फिलहाल उसके ब्रिटेन में होने की जानकारी है।
नीरव के प्रत्यर्पण में जुटा है भारत
नीरव मोदी के यूनाइटेड किंगडम में होने की जानकारी के बाद भारत ने उसके प्रत्यर्पण की कोशिश शुरू कर दी है। मेहुल चोकसी के इस समय एंटीगुआ और बारबुडा में हैं और उसने इस देश की नागरिकता भी ले ली है। मेहुल चोकसी ने देश से भागने से पहले ही पूरा प्लान तैयार कर लिया था।