पठानकोट हमले को दबाने में जुटा पाक, भारत ने चेताया
पठानकोट हमले के प्रमुख साजिशकर्ता मसूद अजहर के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस मिलने के बाद भारत ने पाक को याद दिलाया है कि वह एनआईए को जांच के लिए वहां बुलाने में देर न करे।
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। पठानकोट हमले की जांच में शुरुआती सक्रियता दिखाने के बाद लगता है कि पाकिस्तान इसे दबाने में जुट गया है। तभी वह वादा करने के बावजूद भारत की जांच एजेंसी को जांच के लिए अपने यहां आने देने में आनाकानी कर रहा है। भारत भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने में जुट गया है। जहां एक तरफ पठानकोट हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ इंटरपोल से नए सिरे से रेड कॉर्नर नोटिस (एनसीएन) जारी करवा गया है वही पाकिस्तान को दोबारा याद दिलाया गया है कि वह भारतीय जांच एजेंसी एनआइए को जांच के लिए वहां जाने की इजाजत देने में देरी न करे।
एनआइए की तरफ से विदेश मंत्रालय के जरिए पाकिस्तान को इस बारे में औपचारिक आवेदन भेज दिया गया है। इसे कानूनी भाषा में लेटर रोगेटोरी (एलआर) कहते हैं जो भारतीय जांच एजेंसियों को पाकिस्तान में वहां के कानून के मुताबिक जांच करने की इजाजत देगा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पिछले महीने जब नई दिल्ली में दोनों देशों के विदेश सचिवों की द्विपक्षीय वार्ता हुई थी तभी पठानकोट हमले के जांच से जुड़े मुद्दे उठे थे। भारत ने तब भी यह कहा था कि एनआइए टीम को वहां जाने में ज्यादा देरी नहीं करनी चाहिए। पहले पाकिस्तान ने कहा था कि इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई जबाव नहीं आया है।
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इस वर्ष के शुरुआत में पाकिस्तान के आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने भारत के सैन्य ठिकाने पठानकोट पर हमला किया था। इस बारे में पीएम मोदी ने पीएम नवाज शरीफ से बात भी की थी। पहले पाकिस्तान ने न सिर्फ हमले के साजिशकर्ताओं को पकड़ने की बात कही बल्कि जांच के लिए अपने एक दल को मार्च, 2016 में भारत भी भेजा था। इसके बाद भारतीय दल को पाकिस्तान जाना था लेकिन अभी तक नवाज शरीफ की तरफ से इसकी इजाजत नहीं दी गई है। इसी वजह से दोबारा एलआर भेजने का फैसला किया गया है।
उधर, भारत ने पठानकोट हमले के साजिश में शामिल दो आतंकियों कासिफ जान व शाहिद लतीफ के खिलाफ आरसीएन जारी करवाने में जुटा हुआ है। यह वही तलीफ है जो वर्षो तक भारत के जम्मू व वाराणसी जिले में बंद रहा था। बाद में यूपीए सरकार ने इसे सदभावना के तहत हिरासत से रिहा करने का फैसला किया था। बहरहाल, इस हमले के अहम साजिशकर्ता और जैश के मुखिया मौलाना मसूद अजहर और उसके भाई अब्दुल रऊफ के खिलाफ पहले से ही आरसीएन जारी किया हुआ है।
पठानकोट हमलाः मसूद के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी