International Women's day 2020: हैदराबाद की कल्पना ने जल संरक्षण के लिए PM मोदी के ट्विटर अकाउंट से लोगों को किया जागरुक
नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट से अपनी कहानी शेयर की। इस क्रम में कल्पना रमेश का नाम भी शामिल है। पति के साथ मिलकर पानी के प्रबंधन पर कल्पना ने काम करना शुरू किया।
नई दिल्ली, एजेंसी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की कमान इस वक्त महिलाओं ने संभाल रखी है। महिलाओं के दिन यानी आज 8 मार्च को कई महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट से अपनी कहानी शेयर की। इस क्रम में कल्पना रमेश का नाम भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट से अपने सशक्त होने का अनुभव उन्होंने शेयर किए। महिला दिवस पर उन्होंने बताया कि उनको आगे बढ़ाने में उनकी माता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनकी मां ने उन्हें भारतीय संस्कृतिक के अलावा प्रकृति धरोहर का भी महत्व सिखाया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने आर्किटेक्चर में पढ़ाई की है। शादी के बाद कल्पना यूएस चली गईं। शादी के बाद जब वह हैदराबाद आईं तो उन्होंने आर्किटेक्चर क्षेत्र में काम करना शुरु किया।
इस दौरान उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर पानी के प्रबंधन पर भी काम करना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर पानी के संरक्षण पर काम करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई स्कूलों में भी काम किया है। इसके साथ ही पानी के प्रबंधन के लिए महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी इस काम के लिए प्रेरित करने करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने बताया कि मैंने कभी नहीं सोचा कि मैं चिड़ियों को वापस किसी झील में ला सकती हूं या प्रधानमंत्री के अकाउंट से ट्वीट कर सकती हूं। महिला को मजबूती प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि अपने दृढ़ संकल्प के साथ असंभव को प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही कहा कि हम जल संसाधनों के प्रबंधन पर सामूहिक कार्रवाई के साथ हमारे समाज में बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को जिम्मेदारी से पानी का उपयोग, वर्षा जल का संचायन, झीलों को बचाने और पानी के रिसाइकल करने में लोगों को जागरुक करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि वह प्रधानमंत्री के ट्विटर अकाउंट से अपनी बात कह पा रही हूं। यह कोई सामान्य दिन नहीं है। वह आज के दिन काफी खुश हैं। महिलाओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें जल प्रबंधन करने के लिए अलग तरह से एक योद्धा बनना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि क्या आपने पानी की कमी के बारे सोचा है? हम सब पानी का संरक्षण करके अपना भविष्य संवार सकते हैं।