रसाना मामले में महिला बुद्धिजीवियों ने गृहमंत्री को सौंपी रिपोर्ट
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह को मिलकर इस टीम ने रसाना पर अपनी रिपोर्ट सौंपी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कठुआ के रसाना गांव में आठ साल की बच्ची के साथ हुए कथित बलात्कार और हत्या के मामले में महिला बुद्धिजीवियों के संगठन ने सीबीआइ जांच की मांग की है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह को मिलकर इस टीम ने रसाना पर अपनी रिपोर्ट सौंपी। टीम का कहना है कि उसने रसाना गांव का दौरा कर सच्चाई जानने की कोशिश की और जो पता चला वह जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच की चार्जशीट से मेल नहीं खाती है।
नागपुर की सेवानिवृत जिला जज मीरा खडक्कर की अगुवाई वाली टीम ने राजनाथ सिंह और जीतेंद्र सिंह को बताया कि किस तरह से क्राइम ब्रांच की चार्जशीट में कई खामियां हैं, जिनकी गहराई से जांच की जरूरत है। टीम की रिपोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से क्राइम ब्रांच की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के दावे पर भी ऊंगली उठाई गई है। इसके साथ ही एक आरोपी के उसी दौरान मेरठ में परीक्षा देने और उसकी उपस्थिति की पुष्टि का मुद्दा उठाया गया है। टीम ने चार्जशीट के बाद बच्ची के नाम और फोटो मीडिया में जारी करने की भी जांच की जरूरत बताई है। जबकि क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट की कापी आरोपियों को भी नहीं मुहैया कराई थी।
गौरतलब है कि सीबीआइ जांच और केस कठुआ से बाहर करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई लंबित है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सात मई को सुनवाई करेगी।