सीएपीएफ के 450 नवनियुक्त डॉक्टरों को तत्काल जॉइन करने का निर्देश
मौजूदा हालात को देखते हुए रिटायर्ड अधिकारियों को भी तैयार रहने का निर्देश।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) ने हाल ही में मेडिकल ऑफिसर के रूप में जुड़े 450 से ज्यादा लोगों को तत्काल जॉइन करने का निर्देश दिया है। कोविड-19 के कारण पैदा हुई चुनौतियों को देखते हुए सीएपीएफ ने यह कदम उठाया है। आइटीबीपी के महानिदेशक सुरजीत सिंह देसवाल ने यह जानकारी दी।
देसवाल ने कहा, 'सभी सशस्त्र पुलिस बलों से हाल में जुड़े 450 से ज्यादा डॉक्टरों को बिना समय गंवाए ड्यूटी पर आने को कहा गया है। इससे देश में कोरोना के कारण पैदा हुई चुनौती से निपटने में हमारी स्थिति मजबूत होगी।' केंद्रीय सशस्त्र बलों ने रिटायर हो चुके मेडिकल अधिकारियों को भी तैयार रहने को कहा है। उन्हें अनुबंध के आधार पर नियुक्त करने पर विचार किया जा रहा है।
इन्हें देशभर के अस्पतालों एवं क्वारंटाइन केंद्रों पर तैनात किया जाएगा। देश में विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के पास विभिन्न पैरामेडिकल स्टाफ के साथ-साथ 2,000 से ज्यादा चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों का दल है। सरकार अभी देशभर में सीएपीएफ के 32 अस्पतालों को आइसोलेशन और इलाज के लिए प्रयोग में ला रही है। इनकी कुल क्षमता करीब 1,900 बेड की है। सीएपीएफ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत-चीन सीमा पुलिस (आइटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) शामिल हैं।
बता दें कि देश में इस दौरान लॉकडाउन चल रहा है। बावजूद इसके लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस वायरस से पहली मौत कर्नाटक के कुलबर्गी में हुई थी हालांकि इस वायरस के पहले तीन मामले केरल में सबसे पहले आए थे। इस महामारी का अभी कोई इलाज नहीं मिल पाया है, जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषण की। यही नहीं लोगों से अपील की वह घर से बाहर ना निकले।