वर्षा जल संचयन को लेकर केंद्र सरकार ने सभी नगर निकायों को जारी किया निर्देश
ये दिशानिर्देश एक जुलाई से आरंभ हुए जल शक्ति अभियान के पहले चरण के तहत जारी किए गए हैं। अभियान का पहला चरण 15 सितंबर तक जारी रहेगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र ने सभी नगर निकायों को अपने इलाके में वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) की प्रभावी निगरानी के लिए विशेष प्रकोष्ठ के गठन व कम से कम एक जलाशय को पुनर्जीवित करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने 'शहरी जल संचयन' के लिए निर्देश जारी किया है। उसने कहा है कि नगर निगमों के 'वर्षाजल संचयन प्रकोष्ठ' भूजल निकालने तथा भूगर्भजल को पुन: भरने की कवायद पर नजर रखेंगे। मंत्रालय ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए इस आशय का संदेश किसी प्रमुख जगह से प्रसारित किया जाएगा।
ये दिशानिर्देश एक जुलाई से आरंभ हुए 'जल शक्ति अभियान' के पहले चरण के तहत जारी किए गए हैं। अभियान का पहला चरण 15 सितंबर तक जारी रहेगा। इसका दूसरा चरण एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक चलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने मासिक संबोधन 'मन की बात' में वर्षा जल के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा था कि सफाई अभियान की तरह ही इसके लिए भी जन आंदोलन चलाने की जरूरत है।