Jammu and Kashmir Schools: जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में बढ़ाई जाएंगी इनोवेशन से जुड़ी गतिविधियां
Jammu and Kashmir Schools जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे जल्द ही रोबोट व थ्री-डी मशीनों पर हाथ आजमाते दिखेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे जल्द ही रोबोट (Robots) व थ्री-डी मशीनों (3D Machines) पर हाथ आजमाते दिखेंगे। वजह सरकार की वह पहल है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर के सभी स्कूलों को अटल टिंकरिंग लैबों (Atal Tinkering labs) से जोड़ा जाएगा। फिलहाल इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है। मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर के करीब डेढ़ दर्जन स्कूल ही अटल टिंकरिंग लैब की योजना में शामिल है।
हर स्कूल अटल टिकरिंग लैब से जुड़ेगा
जम्मू-कश्मीर के स्कूलों को तकनीक और नवाचार से जोड़ने को लेकर यह तेजी उस समय दिखी है, जब हाल ही में पीएमओ ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से इसकी पूरी योजना मांगी। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद मंत्रालय ने नीति आयोग के साथ मिलकर कर इसको अंतिम रूप देने में जुटी है। इसके तहत प्रत्येक स्कूलों को अटल टिंकरिंग से जोड़ा जाएगा।
नौ हजार स्कूलों में खोले जाएंगे ये लैब
इसके तहत स्कूलों में पढने वाले छठीं से दसवीं तक बच्चों को इस लैब में काम करने का मौका मिलेगा। मौजूदा समय में देश में ऐसी करीब नौ हजार स्कूलों को इस तरह के लैब खोलने के लिए चुना गया है। जिसमें से करीब तीन हजार से ज्यादा स्कूलों में यह खोली भी जा चुकी है। खासबात यह है इस लैब की स्थापना के लिए केंद्र की ओर से 20 लाख रुपए दिए जाते है। जिसके तहत लैब में रोबोट, थ्री-डी मशीने, प्रिटिंग मशीनों आदि के साथ बच्चों के बौद्धिक विकास से जुड़े उपकरण शामिल होते है।
गौरतलब है कि स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को अटल टिकरिंग लैब से जोड़ा जाएगा। इसका लक्ष्य छात्रों को किताबों की दुनिया से बाहर निकाल एक ऐसी दुनिया से जोड़ना है, जहां वह अपने सपने साकार कर सकते है। इन लैब में बच्चों के बौद्धिक विकास से जुड़ी बहुत सारी चीजें जुटाई गई है। इनमें रोबोट और नई तकनीक से जुड़ी कई चीजें शामिल है।