जम्मू-कश्मीर में बड़ी सफलता, इस साल अब तक मार गिराए गए इतने आतंकी
2012 और 2013 में जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों की संख्या क्रमश: 72 और 67 थी। मगर एनडीए सरकार के दौरान इन आंकड़ों में वृद्धि देखने को मिली है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आतंकी घुसपैठ को रोकने में सुरक्षा बलों को कामयाबी मिलने लगी है। इस साल न सिर्फ आतंकी घुसपैठ की कोशिश की घटनाओं में जबरदस्त कमी आई है, बल्कि वास्तविक घुसपैठ भी काफी कम हो गया है। हालत यह है कि आतंकी घुसपैठ की छह कोशिशों में औसतन एक ही में कामयाब हो पा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों की कोशिश इसपर पूरी तरह लगाम लगाने की है।
पिछले दिनों मल्टी एजेंसी सेंटर (मैक) की तरफ से गृहमंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार इस साल 31 मई तक सीमा पार से आतंकी घुसपैठ की 115 बार कोशिश की गई है। लेकिन इनमें केवल 19 बार ही आतंकियों को घुसपैठ करने में सफलता मिली है। घुसपैठ की बाकी कोशिशों में आतंकियों को या तो मार गिराया गया या फिर आतंकी भारत के अंदर घुस ही नहीं सके हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जो आतंकी घुसपैठ करने में सफल रहे सुरक्षा एजेंसियां उन्हें खोजकर खत्म करने में जुटी है। घाटी को आतंकमुक्त करने के लिए सुरक्षा बल आपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं।
दरअसल पहली बार सुरक्षा बलों ने आपरेशन ऑल आउट के तहत घाटी में सक्रिय आतंकियों की जिलेवार सूची तैयार की है। इसके अनुसार 13 जिलों में कुल 258 आतंकी सक्रिय है, जो घाटी में हमलों को अंजाम दे रहे हैं। इनमें 130 लोकल आतंकवादी मौजूद हैं, और 128 विदेशी आतंकी हैं। अब इन्हें पूरी तरह खत्म करने के लिए आपरेशन ऑल आउट चलाया जा रहा है। जिसमें काफी सफलता भी मिल रही है। 2017 में अब घाटी में 92 आतंकियों को मार गिराया गया है। जबकि पिछले पांच सालों में कुल 599 आतंकी मारे गए थे। यानी पांच साल का सालाना औसत छह महीने में ही पूरा कर लिया गया है।
सुरक्षा तैयारियों का ही नतीजा है कि पिछले एक हफ्ते में आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए हैं। जबकि मई में ही खुफिया ब्यूरो (आइबी) ने चेतावनी दी थी कि आइएसआइ पत्थरबाजों और आतंकियों की मदद से अमरनाथ यात्रा के दौरान हमले की योजना बना रहा है। सूत्रों के अनुसार अभी तक 50 हजार से अधिक यात्री अमरनाथ की पवित्र गुफा का दर्शन कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें: J&K: अलगाववादियों पर सरकार सख्त, मीरवाइज की सुरक्षा घटाई गई