इंदौर दुष्कर्म मामलाः अारोपी की पत्नी अाई सामने, कहा- एेसे लोगों को फांसी की सजा होनी चाहिए
अारोपी की पत्नी ने कहा, मेरा पति घर ही नहीं बल्कि समाज में भी रहने लायक नहीं है। उसे फांसी की सजा होनी चाहिए।
नईदुनिया, इंदौर। इंदौर में पांच माह की बच्ची से दरिंदगी करने वाले आरोपित नवीन को फांसी के तख्ते पर पहुंचाने के लिए उसकी पत्नी आगे आई है। उसने जांच कर रही एसआईटी को बयान दिया कि पति नवीन ने हमारी जिंदगी तबाह कर दी थी। मेरी दो बच्चियों पर भी बुरी नजर रखता था। उनकी सुरक्षा के लिए घर छोड़ना पड़ा। मेरा पति घर ही नहीं बल्कि समाज में भी रहने लायक नहीं है। उसे फांसी की सजा होनी चाहिए। एसआईटी ने पत्नी के बयान के अलावा मृतका के माता-पिता व अन्य परिचितों के बयान लिए है। वहीं, इस घटना को लेकर पूरा शहर आंदोलित है। सामाजिक संगठन, सभी राजनीतिक दल और आम जनता घरों से निकलकर सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतरी है। रविवार को भी यह सिलसिला जारी रहा।
20 अप्रैल तड़के 4:45 बजे शहर के बीचोबीच हाई सिक्योरिटी जोन कहे जाने वाले राजवाड़ा के पास परिवार के साथ सो रही बच्ची का आरोपित नवीन उर्फ पैरू घड़के निवासी गाडराखेड़ी ने अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद उसने बच्ची को मौत के घाट उतारकर शिवविलास पैलेस के श्रीनाथ कांप्लेक्स के तलघर में फेंक दिया था। उसी दिन शाम साढ़े 6 बजे नवीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वह फिलहाल दो दिन की पुलिस रिमांड पर है। बच्ची के केस व अन्य अपराधों के बारे में टीम उससे पूछताछ कर रही है। शनिवार को जब आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया तो तो वकील सहित अन्य लोगों का आक्रोश उस पर फूट पड़ा। पुलिस सुरक्षा में ही आरोपित की इन लोगों ने कोर्ट कैंपस में जमकर पिटाई कर दी।। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष दिनेश पांडे ने बताया कि संघ ने आरोपित की तरफ से पैरवी नहीं करने का निर्णय लिया है। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष दिनेश पांडे ने बताया कि संघ ने आरोपित की तरफ से पैरवी नहीं करने का निर्णय लिया है।
एसआईटी को 15 दिन के अंदर केस की पूरी जांच कर कोर्ट में चालान पेश करना है। शनिवार रात चालान डायरी बनाने की तैयारी शुरू हुई। टीआई शिवपाल सिंह कुशवाह सुबह से लेकर रात तक सराफा थाने में डायरी बनाने में लगे रहे। रात को टीम ने बयान के लिए मृतका के माता-पिता, मामा व मौसी को बयान के लिए सराफा थाने बुलाया। वहीं, नवीन की पत्नी के भी बयान लिए गए। उसने नवीन के खिलाफ बयान दिए और अफसरों से कड़ी से कड़ी सजा की मांग की। उसने कहा कि जांच में मैं पुलिस के साथ हूं।
जीजा से करवाई आरोपित साले की पहचान
नवीन की तीन बहने है जिनमें बडी बहन के पति यानी जीजा को पुलिस सराफा थाने ले गई। वहां पुलिस रिकॉर्ड के लिए जीजा से आरोपित नवीन की पहचान करवाई। उसके बाद उन्हें घर रवाना कर दिया।
जिसे पिता माना था वही रखता था बुरी नजर, मां ने बचा लिया
दरिंदे को पिता के रुप में माना था, लेकिन उसने कभी हमें बेटियां नहीं माना। घर में जब वह रहता था तो घूरता था। एक-दो बार उसने हमें गलत तरीके से भी छुआ। जब यह बात हमने मां को बताई तो उन्होंने उससे रिश्ता तोड़ लिया। मां ने हमें बचा लिया, वरना वह हमें भी नहीं छोड़ता। यह खुलासा किया मप्र के इंदौर में पांच माह की बच्ची के साथ हैवानियत करने वाले आरोपित नवीन उर्फ पैरू घड़के निवासी गाडराखड़ी की दूसरी पत्नी की दोनों बेटियों ने। रेखा की पहले पति से 10 व 12 साल की दो बेटियां हैं।
नशे के बाद खुद को करता था लहूलुहान
नवीन ब्राउन शुगर, गांजा, अफीम, चरस, शराब और नाइट्रावेट सहित सभी तरह का नशा करता है। वह नशा करने के बाद अपने शरीर को ब्लेड या चाकू से काटकर लहूलुहान करता था। उसके दोनों हाथ, सीने और पेट पर 60 से ज्यादा निशान हैं।
दुष्कर्म पीड़िता का अंतिम संस्कार करने के लिए मांगे स्र्पए
जब परिजन बच्ची का शव लेकर जूनी इंदौर स्थित बच्चों के श्मशान गए। वहां शव दफनाने के लिए उनसे रुपए मांग लिए गए। मना करने पर अंतिम संस्कार से मना कर दिया। बाद में पुलिस अफसरों ने सिपाही को भेजकर अंतिम संस्कार करवाया। पुलिस ने बताया कि मृतका के माता-पिता भी शराब के आदी हैं। प्रशासन ने बच्ची के अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपयों की घोषणा की थी, लेकिन परिवार का बैंक में खाता नहीं होने से अफसर परिजन को राशि नहीं दे पाए। उन्हें आशंका थी कि नकद रुपए देने पर वे शराब न पी जाएं।