25 हजार फीट की ऊंचाई पर इंदौर के डॉक्टर ने बचाई बुजुर्ग की जान
25 हजार फीट की ऊंचाई पर इंडिगो की लखनऊ-इंदौर फ्लाइट में 76 वर्षीय महिला की तबीयत बिगड़ गई। विमान में मौजूद डॉक्टर ने बचाई जान।
इंदौर, नईदुनिया। 25 हजार फीट की ऊंचाई पर इंडिगो की लखनऊ-इंदौर (वाया हैदराबाद) फ्लाइट में 76 वर्षीय महिला की तबीयत बिगड़ गई। परिजन कुछ समझ पाते, इसके पहले ही उसकी सांसें उखड़ने लगीं। खबर लगते ही विमान में मौजूद इंदौर के डॉ. अनिल भदौरिया ने उनको कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया। ढाई मिनट प्रयास के बाद सांसें सामान्य होने लगीं। विमान को तुरंत हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतारकर महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया। ऐसे में उसकी जान बच गई। अलबत्ता, इस मशक्कत में फ्लाइट तय समय से 10 मिनट देरी से उड़ी।
घटना मंगलवार शाम करीब 4.15 बजे की है। डॉ. भदौरिया के मुताबिक, लखनऊ से उड़ान भरने के कुछ देर बाद एयर होस्टेस ने अनाउंस किया कि फ्लाइट में कोई डॉक्टर हो तो तुरंत मदद करें। मैंने महिला को देखा। वे बेहोश थीं। उनका ब्लडप्रेशर बहुत कम था। न पल्स थी, न हार्ट बीट। मैंने तुरंत सीपीआर दिया। ढाई मिनट में धड़कन दोबारा चलने लगी। स्थिति में सुधार होते ही क्रू मेंबर्स को इमरजेंसी लैंडिंग के लिए कहा गया। तुरंत इसकी सूचना हैदराबाद एयरपोर्ट को दी गई। प्राथमिकता के आधार पर फ्लाइट को लैंडिंग की अनुमति दी गई। वहां पहले से एंबुलेंस मौजूद थी। महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुधवार को एंजियोग्राफी होगी। महिला हैदराबाद की रहने वाली है।
कुछ पल देर हो जाती तो नहीं लौटती सांसें
जनरल फिजिशियन डॉ. भदौरिया आइएमए इंदौर ब्रांच के पूर्व सेक्रेटरी हैं। उन्होंने बताया कि महिला को सीपीआर देने में कुछ मिनट देरी हो जाती तो उसके जीवित रहने की संभावना खत्म हो सकती थी। घटना के वक्त विमान करीब 25 हजार फीट की ऊंचाई पर था। सीपीआर के बाद विमान के भीतर दबाव कम कर दिया था, ताकि महिला आसानी से सांस ले सके।