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चीन की आक्रामकता के खिलाफ भारत-तिब्बत सहयोग मंच 20 अक्टूबर को मनाएगा विरोध दिवस

भारत-तिब्बत सहयोग मंच के पदाधिकारी रिंचेन ने कहा भारत व चीन के संबंधों में प्रगति तब तक नहीं हो सकती है जब तक कि तिब्बत मुद्दे का समाधान न हो जाए और धर्मगुरु 14वें दलाई लामा ल्हासा स्थित पोटाला पैलेस में फिर से ससम्मान स्थापित न कर दिया जाएं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 02:25 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 02:25 AM (IST)
चीन की आक्रामकता के खिलाफ भारत-तिब्बत सहयोग मंच 20 अक्टूबर को मनाएगा विरोध दिवस
तिब्बत मुद्दे का समाधान न होने तक भारत व चीन के संबंधों में नहीं हो सकती प्रगति

ईटानगर, प्रेट्र। भारत-तिब्बत सहयोग मंच (आइटीसीएफ) ने शनिवार को वर्ष 1962 में अरुणाचल प्रदेश व वर्ष 2020 में लद्दाख में चीन की आक्रामकता के खिलाफ 20 अक्टूबर को विरोध दिवस मनाने का फैसला किया है। यह भारतीयों का संगठन है जो तिब्बत की आजादी का समर्थन करता है।

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रिंचेन ने कहा- शेरिंग निर्वासित तिब्बतियों के सर्वोच्च राजनेता

आइटीसीएफ के पदाधिकारी रिंचेन खांडू मे ने कहा कि इस आयोजन में धर्मशाला स्थित केंद्रीय तिब्बत प्रशासन के नवनियुक्त अध्यक्ष (सिकयोंग) पेंपा शेरिंग भी शामिल हो सकते हैं। शेरिंग दुनियाभर के निर्वासित तिब्बतियों के सर्वोच्च राजनेता हैं।

रिंचेन ने कहा- तिब्बत मुद्दे का समाधान न होने तक भारत व चीन के संबंधों में नहीं हो सकती प्रगति

रिंचेन ने कहा, 'भारत व चीन के संबंधों में प्रगति तब तक नहीं हो सकती है जब तक कि तिब्बत मुद्दे का समाधान न हो जाए और धर्मगुरु 14वें दलाई लामा ल्हासा स्थित पोटाला पैलेस में फिर से ससम्मान स्थापित न कर दिया जाएं।'

20 अक्टूबर को ताईवान में भी होगा समारोह

गुवाहाटी में बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि आइटीसीएफ व भारत-तिब्बत समर्थक समूह 20 अक्टूबर को ताईवान में भी समारोह आयोजित करेंगे।

तिब्बत में मशीन गन और राकेट लांचर के साथ सैनिकों को ट्रेनिंग दे रहा चीन

चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) तिब्बत में अपने सैनिकों को भारी मशीन गन, राकेट लांचर और मोर्टार बम का इस्तेमाल करते हुए ट्रेनिंग दे रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तिब्बत के भीतरी इलाकों में सैनिकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। लक्षित स्थान पर जाने के लिए सेना के अधिकारियों और जवानों ने कीचड़ भरे पहाड़ों को पार किया है। इन्हें युद्ध जैसे हालात में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साउथ चाइना मार्निग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक निंगशिया में संयुक्त युद्धाभ्यास में चीन और रूस के 10 हजार से ज्यादा जवान होंगे। चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने यू कियान ने कहा था कि निंगशिया हुई स्वायत्त प्रांत में अगस्त के शुरू में यह अभ्यास किया जाएगा।


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