आइटीबीपी ने 11 बलिदानी जवानों के परिवारों को सम्मानित किया, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उठाया कदम
आइटीबीपी ने विभिन्न कार्रवाइयों के दौरान प्राण न्यौछावर करने वाले अपने 11 जवानों के परिवारों को शुक्रवार को सम्मानित किया। बल ने यह कदम केंद्र सरकार की ओर से चल रहे आजादी का अमृत महोत्सव के तहत उठाया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) ने विभिन्न कार्रवाइयों के दौरान प्राण न्यौछावर करने वाले अपने 11 जवानों के परिवारों को शुक्रवार को सम्मानित किया। बल ने यह कदम केंद्र सरकार की ओर से चल रहे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत उठाया है। पर्वतारोही बल ने 21 अक्टूबर को मनाए जाने वाले पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया था। राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर आयोजित एक दिवसीय कार्यक्रम में आइटीबीपी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
पुलिसकर्मियों के बलिदान पर बनी फिल्म दिखाई
इस कार्यक्रम में बलिदानी जवानों के परिवारों के अलावा आइटीबीपी के सेवारत कर्मियों के परिवार भी शामिल हुए। उन्होंने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में संग्रहालय का दौरा भी किया। बल के परिवार के लोगों और कर्मियों को देश के पुलिसकर्मियों के पराक्रम एवं बलिदान पर बनी फिल्म दिखाई गई।
जवानों के परिजनों को सम्मान
आइटीबीपी के एडीजी एएम प्रसाद ने बल के बहादुर जवानों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। 1962 में गठित यह बल चीन से लगती देश की 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा की निगरानी करता है। इसके अलावा आंतरिक सुरक्षा से संबंधित विभिन्न कर्तव्यों में भी तैनात किया जाता है।
चीन सीमा पर शहीद पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है दिवस
आइटीबीपी के आइजी (प्रशिक्षण) आइएस दुहान ने कहा कि बल की तैनाती का क्षेत्र लद्दाख से अरुणाचल तक फैला है। 21 अक्टूबर 1959 को हाट स्पि्रंग इलाके में चीन की सेना से लोहा लेते हुए 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। आइजी ने कहा, '1960 से केंद्र सरकार इस तिथि पर पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन करती आ रही है। इस साल भी 21 अक्टूबर को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कार्यक्रम में भाग लिया।'