निर्यात को बढ़ावा देने के लिए आईएलएसीसी ने नोएडा फैसिलिटेशन केंद्र की शुरुआत की
इंडो लैटिन अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आईएलएसीसी) ने कम समय में शीघ्र सेवाएं प्रदान करने के लिए नोएडा में अपना अटेस्टेशन एवं फैसिलिटेशन कार्यालय खोला है। इस कार्यालय से नोएडा गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक इलाकों में स्थित निर्यातकों मैन्युफैक्चरर्स एवं ट्रेडिंग समुदाय को लाभ होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन एवं अटेस्टेशन निर्यातकों मैन्युफैक्चरर्स एवं ट्रेडिंग समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। इंडो लैटिन अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आईएलएसीसी) ने कम समय में शीघ्र सेवाएं प्रदान करने के लिए नोएडा में अपना अटेस्टेशन एवं फैसिलिटेशन कार्यालय खोला है। इस कार्यालय से नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक इलाकों में स्थित निर्यातकों मैन्युफैक्चरर्स एवं ट्रेडिंग समुदाय को लाभ होगा। वे कम समय में और पैसे की बचत के साथ अटेस्टेशन और फैसिलिटेशन की सुविधा हासिल कर सकेंगे। ये नया कार्यालय सेक्टर 27 विनायक हॉस्पिटल के समीप शुरू हुआ है। वहीं प्रधान कार्यालय दिल्ली के केजी मार्ग में स्थित है।
इन नए केंद्र पर निम्न सुविधाएं मिलेंगी।
- कमर्शियल डाक्यूमेंट्स के अटेस्टेशन जैसे पावर ऑफ अटॉर्नी एग्रीमेंट , एमओयू (आर्टिकल आफ एसोसिएशन ) इनवॉइस एवं पैकिंग लिस्ट, फ्री सेल सर्टिफिकेट , जीएमपी सर्टिफिकेट , प्रोडक्ट सर्टिफिकेट, सर्टिफिकेट आफ इनकॉरपोरेशन।
- सर्टिफिकेट ऑफ ओरिजिन , साफ्टा सर्टिफिकेट।
- वीजा रिकमेंडेशन एवं भारत के सभी राज्यों से अटेस्टेशन, विवाह सर्टिफिकेट, जन्म प्रमाण पत्र एवं पीसीसी सर्टिफिकेट।
- विभिन्न देशों के दूतावासों से डॉक्यूमेंट का लीगलाइजेशन।
- सभी विदेशी भाषाओं की अनुवाद संबंधी सेवाएं।
- चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़ी सभी अन्य डॉक्यूमेंटेशन।
- एक्सपोर्ट इंपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन लॉजिस्टिक एवं एग्जिट रीड पर ट्रेनिंग प्रोग्राम आदि का आयोजन।
चैंबर के प्रेसिडेंट राज शर्मा ने बताया कि इंडो लैटिन अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स आईएसओ 9001-2015 की ओर से प्रमाणित एवं डीजीएफटी (वाणिज्य मंत्रालय) एवं विदेश मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अनुमोदित संस्था है। आएलएसी भारत एवं लैटिन अमेरिकन देशों में वाणिज्य एवं आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने में सूत्रधार है एवं मल्टीलेटरल ट्रेड और व्यापारिक सहयोग को सुदृढ़ करने के कार्य में संलग्न है।