उमर अब्दुल्ला ने पाक की नीयत पर उठाया सवाल
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गोलाबारी से प्रभावित आरएसपुरा व बिश्नाह इलाकों के सीमांत गांवों के दौरा करने के बाद कहा कि पाकिस्तान की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पाक मुल्क के खराब हालात से अपने लोगों का ध्यान बंटाने के लिए गोलीबारी कर वह बेकसूर सीमांत वासियों को निशाना बना रहा है। पाकिस्तान के बिगड़
आरएसपुरा/बिश्नाह। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गोलाबारी से प्रभावित आरएसपुरा व बिश्नाह इलाकों के सीमांत गांवों के दौरा करने के बाद कहा कि पाकिस्तान की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पाक मुल्क के खराब हालात से अपने लोगों का ध्यान बंटाने के लिए गोलीबारी कर वह बेकसूर सीमांत वासियों को निशाना बना रहा है। पाकिस्तान के बिगड़े हालात का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वहां के प्रधानमंत्री अपने घर नहीं जा सकते हैं, उसके बावजूद वह हमारे लोगों पर गोलियां बरसा रहा है।
मुख्यमंत्री ने सीमांत क्षेत्रों में शांति के लिए बातचीत को जरूरी करार देते हुए कहा है कि गोलाबारी ने सीमा के निकट रहने वाले लोगों के जीवन को दयनीय बना दिया है। हम युद्द नहीं शांति चाहते हैं व यह सिर्फ बातचीत से ही संभव है। पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित परिवारों को तीन माह तक मुफ्त राशन देने की घोषणा की। इसके साथ उमर ने प्रभावितों को विश्वास दिलाया कि शेलिंग प्रभावित परिवारों को आतंकवाद प्रभावित परिवारों की तर्ज पर एसआरओ-43 के तहत लाभ, सुरक्षित स्थानों पर प्लाट, विशेष भर्ती व भूमि का मुआवजा देने संबंधी मुद्दे पर चार सितंबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आरएसपुरा के सई, जोड़ा फार्म में नुकसान का जायजा लेने के साथ लोगों कि समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के जम्मू के सीमांत क्षेत्रों का दौरा न करने को जम्मू में विपक्षी पार्टियां मुद्दा बना रही थी। ऐसे में उमर ने मंगलवार को न सिर्फ प्रभावितों का दुख दर्द जाना अपितु उन्हें कुछ राहत भी दी। आरएसपुरा, बिश्नाह के जोइया, त्रेवा, जबोवाल, चंगियां इलाकों में प्रभावित परिवारों से बातचीत करते हुए उमर ने कहा कि सीमा पर शांति दोनों ओर के लोगों के लिए जरूरी है। ऐसे में सीमा पार भी शांति स्थापित करने के लिए गंभीरता दिखाई जानी चाहिए। गोलीबारी से जम्मू-कश्मीर के नागरिकों की जान व उनकी संपत्ति खतरे में पड़ती है।
उमर ने कहा कि राज्य सरकार ने सीमांत वासियों को राहत व उनके जानमाल की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाया है। सरकार के निर्देश पर राज्य प्रशासन उनकी मदद करने के लिए पूरी कार्रवाई कर रही है। उमर ने बताया कि राज्य सरकार ने सीमांत क्षेत्रों के निवासियों की सुरक्षा के लिए बंकर बनाने का मुद्दा केंद्र पहले ही केंद्र सरकार से उठाया है। लंबित पड़ा यह मुद्दा केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के प्रस्तावित राज्य दौरे के दौरान उठाया जाएगा। गोलीबारी के मुद्दे पर राजनीति न करने की सलाह देते हुए उमर ने कहा कि सब की कोशिश यह होनी चाहिए कि प्रभावितों को सहायता कैसे देनी है। सीमांत क्षेत्रों के इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय गृहराज्यमंत्री सज्जाद किचलू भी मौजूद थे।
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