सप्ताह में 7 घंटे मोबाइल पर GAME खेलते हैं भारतीय; जानें- किस वक्त महिलाएं और पुरुष गेम में रहते हैं व्यस्त
साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) की रिपोर्ट के अनुसार देश में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से हर पांच शौकीन गेमर्स में मोबाइल गेमिंग में तीन की वृद्धि हुई है जिसमें औसतन चार घंटे की वृद्धि हुई है। महिलाएं ज्यादातर देर रात (28 फीसदी) में मोबाइल गेम खेलती हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारतीय अब अपने मोबाइल पर गेम खेलने के लिए एक सप्ताह में लगभग 7 घंटे खर्च करते हैं। यह समय बढ़ा है और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण इस साल लगा लॉकडाउन रहा। इसके अलावा मंगलवार को जारी एक नई रिपोर्ट में बताया गया कि देश में महिलाओं में भी तेजी से मोबाइल गेमिंग का शौक बढ़ रहा है। वहीं, 15 फीसदी गेमर्स ने लॉकडाउन के दौरान पेड मोबाइल गेमिंग ऐप्स पर स्विच किया, जबकि फ्रीमियम गेमिंग ऐप्स 8 फीसदी तक बढ़ गए।
साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) की रिपोर्ट के अनुसार, देश में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से हर पांच शौकीन गेमर्स में मोबाइल गेमिंग में तीन की वृद्धि हुई है, जिसमें औसतन चार घंटे की वृद्धि हुई है। जबकि पुरुष ज्यादातर शाम (33 फीसदी) में मोबाइल गेम खेलते हैं, महिलाएं ज्यादातर देर रात (28 फीसदी) में मोबाइल गेम खेलती हैं। भारतीय पुरुष ज्यादातर एक्शन / एडवेंचर (71 फीसदी) और फर्स्ट-पर्सन शूटर (63 प्रति) अपने स्मार्टफोन पर खेलते हैं।
'कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल' और 'गरेना फ्री फायर' लोकप्रिय शूटर गेम हैं। महिलाओं में, सबसे लोकप्रिय गेम इस पज्जल (65 प्रतिशत) है, उसके बाद मल्टीप्लेयर गेमर्स (56 प्रतिशत)। 10 में से छह शौकिन गेमर्स गेमिंग ऐप्स खरीदना पसंद करते हैं, जबकि अन्य फ्रीमियम ऐप का इस्तेमाल करते हैं। महिलाओं में, हर नौ उपयोगकर्ताओं में से चार गेमिंग ऐप खरीदते हैं। रिपोर्ट में बताया गया, हर पांच में से तीन गेमर्स का मानना है कि मोबाइल गेमिंग ने उन्हें लॉकडाउन अवधि के दौरान सामाजिक आइसोलेशन पर काबू पाने में सक्षम बनाया। भारतीय, परिवार और दोस्त की सिफारिशों के आधार पर मोबाइल गेम खेलते हैं।
औसतन, भारतीयों के स्मार्टफोन में सात गेम होते हैं। इनमें से, कम से कम चार गेम हैं जो वे नियमित रूप से खेलते हैं। एनालिस्ट- इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप (IIG), CMR, अमित शर्मा के मुताबिक, मोबाइल गेमर्स में, तीन दिक्कतें सबसे बड़ी रही, जिनमें फोन हीटिंग, तेज बैटरी का खत्म हो जाना और धीमा नेटवर्क शामिल हैं। मोबाइल गेमर अपने स्मार्टफोन से अधिक रैम, बेहतर बैटरी की उम्मीद करते हैं। क्वालकॉम (65 प्रतिशत) और मीडियाटेक (61 प्रतिशत) शीर्ष दो ब्रांड हैं जिनसे भारतीय गेमर्स अवगत हैं।