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विदेशों से कमाई देश में लाने के मामले में भारतीय अव्वल

रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर रेमिटेंस में होने वाली वृद्धि साल 2017 में केवल पांच फीसद की रही है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 09:03 PM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 09:03 PM (IST)
विदेशों से कमाई देश में लाने के मामले में भारतीय अव्वल
विदेशों से कमाई देश में लाने के मामले में भारतीय अव्वल

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विदेशों से कमाई अपने देश में लाने के मामले में भारतीय अव्वल हैं। साल 2017 में पूरी दुनिया में होने रेमिटेंस (विदेशों में काम कर रहे नागरिकों की कमाई देश में आना) का 12 फीसद यानी 69 अरब डॉलर भारत में आया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले आधा फीसद अधिक है।

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कोटक महिंद्रा बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आने वाले रेमिटेंस का लगभग 59 फीसद चार राज्यों, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के हिस्से में आया है। रिपोर्ट के मुताबिक नौकरी के लिए सबसे ज्यादा लोग खाड़ी के देशों में जाते हैं। इनमें भी यूएई, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत में जाने वालों की संख्या सर्वाधिक रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर रेमिटेंस में होने वाली वृद्धि साल 2017 में केवल पांच फीसद की रही है। आमतौर पर साल 2011-17 के दौरान भारत में होने वाले रेमिटेंस की राशि 62 से 70 अरब डालर के बीच रही है। वैश्विक रेमिटेंस का एक बड़ा हिस्सा हमेशा विकासशील देशों के खाते में ही जाता है।

रिपोर्ट में आरबीआइ के आंकड़ों के हवाले से बताया गया है कि भारत में जिन चार राज्यों में सबसे ज्यादा विदेशी आमदनी आई है उनमें केरल में 19 फीसद, महाराष्ट्र में 17, कर्नाटक में 15 और तमिलनाडु में 8 फीसद हिस्सा आया है। दक्षिण के राज्यों का भारत में आने वाले कुल रेमिटेंस में हिस्सा 46 फीसद का रहा।


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