कब से सामान्य होगा सभी यात्री ट्रेनों का संचालन, जानें भारतीय रेलवे ने क्या कहा, स्लीपर डिब्बों को लेकर है यह योजना
कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते बंद हुई रेल सेवाएं अभी भी पूरी तरह बहाल नहीं हो पाई हैं। भारतीय रेलवे की मानें तो 65 फीसद से ज्यादा ट्रेनों का संचालन हो रहा है। पूरी तरह रेल सेवाएं कब तक बहाल हो पाएंगी भारतीय रेलवे ने इसे स्पष्ट किया है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते बंद हुई रेल सेवाएं अभी भी पूरी तरह बहाल नहीं हो पाई हैं। भारतीय रेलवे (Indian Railways) की मानें तो 65 फीसद से ज्यादा ट्रेनों का संचालन हो रहा है। पूरी तरह रेल सेवाएं कब तक बहाल हो पाएंगी भारतीय रेलवे ने इसे स्पष्ट किया है। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने शनिवार को कहा कि सभी यात्री ट्रेनों के परिचालन (all passenger trains operations) को फिर से शुरू करने के लिए कोई निश्चित तिथि निर्धारित नहीं की गई है।
No date fixed for resumption of all passenger trains operations. Railways have been increasing the number of train services in a graded manner. Already more than 65% of trains are running. More than 250 plus were added in January, more will be added gradually: Indian Railways pic.twitter.com/1Fi1j8O2ul
— ANI (@ANI) February 13, 2021
ट्रेन सेवा पूरी तरह बहाल करने से इन्कार
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक रेलवे ने अप्रैल में यात्री ट्रेन सेवा पूरी तरह बहाल करने की खबरों से इन्कार किया है। रेलवे ने एक बयान जारी कर कहा कि इस तरह की खबरें आ रही हैं कि अप्रैल से यात्री ट्रेन सेवाएं पूरी तरह बहाल कर दी जाएंगी। इसको लेकर पिछले कुछ दिनों से हम लगातार स्पष्टीकरण देते रहे हैं। हम फिर से बताना चाहते हैं कि यात्री ट्रेन सेवाओं को पूरी तरह बहाल करने के लिए कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई है। रेलवे ने अपने बयान में कहा कि हम अपनी ट्रेन सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाते रहे हैं। 65 फीसद से ज्यादा ट्रेनें पहले ही पटरियों पर दौड़ रही हैं। 250 से ज्यादा ट्रेनों को तो अकेले जनवरी में बहाल किया गया।
A new era of train travel experience with enhanced comfort is being rolled out with the introduction of Tejas Sleeper Type Trains.https://t.co/DzEEQIxqCI" rel="nofollow pic.twitter.com/w8cf7UKBbL— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 12, 2021
लगेंगे तेजस टाइप स्लीपर कोच
वहीं रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक यात्रियों को बेहतरीन यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए रेलवे ने अगरतला आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस (Agartala - Anand Vihar Terminal Special Rajdhani Express) की रेक को अपग्रेड सुविधाओं वाले तेजस स्लीपर कोच से बदलने का निर्णय किया है। स्मार्ट फीचर्स वाले नए तेजस टाइप स्लीपर कोच उम्दा ट्रैवल एक्सपीरियंस का अनुभव कराएंगे। भारतीय रेलवे 15 फरवरी से तेजस स्लीपर कोच वाली सहूलियत शुरू करने जा रही है।
प्रीमियम लंबी दूरी की ट्रेनों में लगाए जाएंगे
रेलवे ने यह भी कहा है कि 500 तेजस स्लीपर कोच भारतीय रेल की उत्पादन इकाइयों इंटीग्रल कोच फैक्ट्री और मॉडर्न कोच फैक्ट्री में मौजूदा वित्त वर्ष में बनाए जाएंगे। इन तेजस स्लीपर कोच को धीरे-धीरे भारतीय रेल नेटवर्क की प्रीमियम लंबी दूरी की ट्रेनों में लगाया जाएगा। तेजस टाइप कोच की सभी एंट्रेंस डोर ऑटोमेटिक सेंट्रलाइज्ड है जिन्हें ट्रेन का गार्ड नियंत्रित करेगा। इन डिब्बों से लैस ट्रेन रेलवे स्टेशन से तब तक नहीं चलेगी जब तक सभी दरवाजे सही तरीके से बंद ना हो जाएं। इन डिब्बों में बायो वैक्यूम टॉयलेट की सुविधा होगी।
माल ढुलाई से ज्यादा राजस्व कमाया
समाचार एजेंसी एएनआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से पहली बार रेलवे ने इस साल फरवरी के शुरुआती 12 दिनों में पिछले साल इसी अवधि की तुलना में माल ढुलाई से ज्यादा राजस्व कमाया है। रेलवे ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि फरवरी के शुरुआती 12 दिनों में हमने माल ढुलाई से 4,571 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान माल ढुलाई से हमने 4,365 करोड़ रुपये की कमाई की थी। संयोगवश इस अवधि में माल ढुलाई में भी आठ फीसद की बढ़ोतरी हुई है। रेलवे ने कारोबार बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों के चलते यह उपलब्धि हासिल की है। माल ढुलाई से राजस्व में बढ़ोतरी को अर्थव्यवस्था में सुधार का महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
Red Fort Violence: दीप सिद्धू का सनसनीखेज खुलासा, लाल किले के बाद इस जगह जाने की थी तैयारी