रेल मंत्री पीयूष गोयल बोले- आमदनी बढ़ाने के लिए रास्ता तलाशें रेलवे कर्मी
रेल मंत्री ने रेलवे का कायापलट करने वाले बदलावों के लिए मांगे विचार।
नई दिल्ली, प्रेट्र। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे की लाभप्रदता बढ़ाने और इसकी कायापलट करने वाले बदलावों के लिए गुरुवार को रेल कर्मचारियों से उनके विचार मांगे। कोरोना महामारी के दौरान यात्री रेल सेवाओं के बंद रहने की वजह से रेलवे को हुए भारी नुकसान के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। रेलवे खर्चो और लागत को कम करने के लिए विभिन्न उपाय अपनाने की प्रक्रिया को भी अंतिम रूप दे रहा है।
एक ऑनलाइन कर्मकार संगोष्ठी को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने महाप्रबंधकों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में कíमयों से उनके विचार लें। संगोष्ठी में देशभर के रेल कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, रेल मंत्री ने कर्मचारी संघ के नेताओं से अनुरोध किया कि महामारी के कारण दुनियाभर में छाए इस संकट से रेलवे को उबारने के तरीकों पर विचार करें। उन्होंने कर्मचारियों से रेलवे का राजस्व बढ़ाने, लागत न्यूनतम करने और माल ढुलाई में हिस्सेदारी बढ़ाने के विशिष्ट विचारों के साथ आगे आने को कहा। गोयल ने कहा, 'रेलवे कर्मचारियों का दिल संगठन के लिए धड़कता है। उनके पास ऐसे विचार होंगे जो रेलवे की लाभप्रदता को बढ़ा सकते हैं।'
रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगादी ने कहा कि पिछले 167 साल में भारतीय रेल कभी नहीं रुकी, लेकिन महामारी की वजह से यह रुक गई। वहीं, रेलवे बोर्ड में मानव संसाधन के महानिदेशक आनंद खाटी ने बताया कि हाल में रेलवे में 1.21 कर्मचारियों की भर्ती की गई है जबकि 1.40 लाख रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अमृतसर समेत चार स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए नौ कंपनियां दौड़ में
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत नागपुर, ग्वालियर, अमृतसर और साबरमती रेलवे स्टशनों के पुनर्विकास का ठेका हासिल करने के लिए नौ कंपनियां दौड़ में हैं। भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आइआरएसडीसी) ने बताया कि इसकी लागत करीब 1,300 करोड़ रुपये होगी। इन नौ कंपनियों ने चारों स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 29 अलग-अलग आवेदन दाखिल किए थे। साबरमती स्टेशन के लिए नौ आवेदनों, ग्वालियर के लिए आठ और नागपुर व अमृतसर स्टेशनों के लिए छह-छह आवेदनों को योग्य पाया गया है।