Indian Railways: भारत गौरव ट्रेनों से तीर्थ यात्रा में मिलेगी 33 प्रतिशत तक किराये में छूट, कोचों में भी बदलाव
भारत गौरव ट्रेनों के किराए में रेलवे मंत्रालय 33 प्रतिशत तक छूट देने जा रहा है। मंत्रालय की ओर से किराया घटाने की मंजूरी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) को दे दी गई है। धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देने के लिए इसकी शुरुआत की गई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत गौरव ट्रेनों के किराए में रेलवे मंत्रालय 33 प्रतिशत तक छूट देने जा रहा है। मंत्रालय की ओर से किराया घटाने की मंजूरी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) को दे दी गई है। देश में रेल पर्यटन एवं धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देने के लिए भारत गौरव ट्रेनों की शुरुआत की गई है।
ऐतिहासिक स्थानों एवं तीर्थों स्थलों के लिए है ये ट्रेन
बता दें कि विभिन्न ऐतिहासिक स्थानों एवं तीर्थों के रुटों में यह ट्रेन चलाई जानी है। हालांकि, अभी रामायण एक्सप्रेस जैसी कुछ ट्रेनें ही चलाई गई हैं, लेकिन किराया अधिक होने के कारण यात्री नहीं मिल रहे हैं। माना जाता है कि फिलहाल इन ट्रेनों में 50 फीसद के आसपास ही यात्री थे। ऐसे में रेलवे ने किराए में कटौती पर सहमति दी है।
किराये में रियायत देने पर बनी बात
पिछले दिनों मंत्रालय के स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में तय किया गया कि रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से भारत गौरव योजना की ट्रेनों के किराये में लगभग एक तिहाई तक रियायत दी जाएगी। अभी 17-18 दिनों की यात्रा पर प्रत्येक व्यक्ति से 62 हजार रुपये लिए जा रहे हैं। इसमें रहने-खाने के अलावा जरूरत के हिसाब से बस एवं होटल में ठहरने की सुविधा दी जाती है। ट्रेन की सभी बोगियां वातानुकूलित तृतीय श्रेणी की हैं।
रामायण सर्किट पर चल रही है ट्रेन
आईआरसीटीसी ने भारत दर्शन योजना के रामायण सर्किट पर इस ट्रेन को चलाया है, जबकि विभिन्न रूटों पर 180 से ज्यादा ट्रेनें चलाने की योजना है। रामायण एक्सप्रेस दिल्ली से नेपाल के जनकपुर जाती है। लौटते वक्त बनारस होते हुए दक्षिण भारत की ओर जाती है। एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में भारत गौरव ट्रेनों को अत्यधिक आकर्षक बनाने के साथ सुविधाओं में भी वृद्धि करनी है। इसके तहत अब ऐसी ट्रेनों में सिर्फ एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। इनका इस्तेमाल हमसफर एवं शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों में किया जाता है।