दुनिया के सबसे शक्तिशाली युद्धपोत यूएसएस निमित्ज के साथ भारतीय नौसेना ने किया युद्धाभ्यास
चीन के साथ चल रहे तीखे सीमा विवाद के बीच भारत ने सोमवार को अमेरिकी नौसेना के साथ अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के नजदीक युद्धाभ्यास किया।
नई दिल्ली, एजेंसियां। चीन के साथ चल रहे तीखे सीमा विवाद के बीच भारत ने सोमवार को अमेरिकी नौसेना के साथ अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के नजदीक युद्धाभ्यास किया। इस युद्धाभ्यास में दक्षिण चीन सागर से लौट रहे अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस निमित्ज ने भी हिस्सा लिया।
पैसेक्स नाम के इस युद्धाभ्यास में भारत के चार युद्धपोतों ने हिस्सा लिया
यूएसएस निमित्ज को दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा घातक हथियारों से लैस विमानवाहक युद्धपोत माना जाता है। इस पर परमाणु हथियारों के साथ ही अत्याधुनिक सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमानों की भी तैनाती है। पैसेक्स नाम के इस युद्धाभ्यास में भारत की ओर से उच्च श्रेणी के चार युद्धपोतों ने हिस्सा लिया। भारत ने हाल ही में ऐसे ही युद्धाभ्यास फ्रांस और जापान की नौसेनाओं के साथ भी किए हैं।
तीनों युद्धाभ्यासों में भारतीय नौसेना ने काबिलियत का बखूबी परीक्षण किया
इन तीनों ही अभ्यासों में भारतीय नौसेना ने आक्रमण और सुरक्षा की प्रणालियों के साथ ही अपने कमांडो की टुकड़ी की काबिलियत का बखूबी परीक्षण किया।
चीन से हथियारों के खरीद सौदे की समीक्षा करेगा कनाडा
चीन के खिलाफ दुनिया में बन रहे माहौल के परिणामस्वरूप कनाडा चीन की सरकारी कंपनी के साथ हुए हथियारों की खरीद के 6.8 मिलियन डॉलर (करीब पांच करोड़ रुपये) की समीक्षा करेगा। यह जानकारी कनाडा के विदेश मंत्री फ्रैंकॉइस फिलिप चैंपेन ने दी है। इस बीच टोरंटो में चीनी वाणिज्य दूतावास के बाहर सैकड़ों लोगों के प्रदर्शन की खबर है। ये लोग चीन की कम्युनिस्ट सरकार की विस्तारवादी नीति पर विरोध जता रहे थे। इन लोगों ने कनाडा सरकार सरकार से अपील की कि वह चीन के सामान पर रोक लगाने वाला कानून बनाए। प्रदर्शनकारियों ने लोगों से भी चीन के सामान का बहिष्कार करने की अपील की है।