दुनिया को सही रास्ता दिखा सकते हैं भारतीय मुस्लिमः संघ
मुस्लिमों के एक धड़े में कट्टरपंथ बढ़ते जाने और आइएसआइएस के पांव पसारते जाने के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र आर्गनाइजर ने कहा है कि शांति व समृद्धि के रास्ते पर भारतीय मुसलमान दुनिया का नेतृत्व कर सकते हैं।
नई दिल्ली। मुस्लिमों के एक धड़े में कट्टरपंथ बढ़ते जाने और आइएसआइएस के पांव पसारते जाने के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र आर्गनाइजर ने कहा है कि शांति व समृद्धि के रास्ते पर भारतीय मुसलमान दुनिया का नेतृत्व कर सकते हैं।
मुखपत्र ने इसके लिए महाराष्ट्र के एक कस्बे में मुस्लिम समुदाय द्वारा वैष्णव तीर्थयात्रियों के लिए ईद उत्सव रोकने का उदाहरण दिया है।
आर्गनाइजर ने संपादकीय में कहा है कि भारतीय मुसलमानों में मेमन व दाऊद के अपवाद के बावजूद उनका सांस्कृतिक डीएनए नहीं बदला है। इस्लाम स्वीकार करने के बाद भी इबादत के हर तरीके का वह आदर करते हैं। आगे लिखा गया कि वैश्विक जिहाद के खिलाफ शोरशराबे की पृष्ठभूमि से अलग हटते हुए महाराष्ट्र के सतारा जिले के लोनांद में मुस्लिमों के एक समूह ने भारतीय मुसलमानों के असली चरित्र का दर्शन कराया। वैष्णव तीर्थयात्रा के प्रति आदर प्रदर्शित करने के लिए ईद उत्सव रोक दिया और जानवरों की कुर्बानी भी नहीं दी। वैष्णव तीर्थयात्री यात्रा पर थे।
संपादकीय में कहा गया कि भारतीय मुस्लिम बता सकते हैं कि उन्होंने अपने 'धर्म' का पालन किया है। इस्लाम स्वीकार करने के बाद इबादत का तरीका बदल गया है, लेकिन उनका सांस्कृतिक डीएनए नहीं बदला है। इबादत के सभी तरीकों का आदर करना और यह विश्वास अभी भी कायम है कि सभी रास्ते अल्लाह तक ही जाते हैं। लोनांद के मुस्लिमों ने जिस तरह का आदर दिखाया उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।