विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत भूटान और चीन सीमा वार्ता की बारीकी से कर रहा है निगरानी
विदेश मंत्रालय का बयान भारत द्वारा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की हाल की अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर चीन की आपत्ति को खारिज करने के एक दिन बाद आया है जिसमें जोर देकर कहा गया है कि पूर्वोत्तर राज्य भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भूटान और चीन की ओर से दोनों देशों के बीच की सीमा वार्ता में तेजी लाने के लिए तीन चरण वाले रोडमैप को लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि हमें इस बारे में जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि हम (भारत) इन दोनों के बीच के डेवलपमेंट की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हम जानते हैं कि वे (चीन) सीमा वार्ता कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय का यह बयान भारत द्वारा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की हाल की अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर चीन की आपत्ति को खारिज करने के एक दिन बाद आया है, जिसमें जोर देकर कहा गया कि पूर्वोत्तर राज्य भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। इसके साथ ही बागची ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि चीनी पक्ष पूर्वी लद्दाख में मुद्दों के त्वरित समाधान की दिशा में काम करेगा।
कल विदेश मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश के हालिया घटनाक्रम को लेकर चीन पर कड़ी आपत्ति जताई थी। मंत्रालय ने कहा था कि हमने चीनी आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा की गई टिप्पणियों को नोट किया है। हम ऐसी टिप्पणियों को खारिज करते हैं। अरुणाचल प्रदेश भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। भारतीय नेता नियमित रूप से अरुणाचल प्रदेश राज्य की यात्रा करते हैं जैसे वे भारत के किसी अन्य राज्य में करते हैं।
वहीं, दूसरी ओर आज विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर नाराजगी जाहिर की है। नवरात्रि के अवसर पर बांग्लादेश में कई जगहों पर हिंदुओं के पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ की खबरें सामने आई हैं। इस पर गुरूवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने बांग्लादेश में धार्मिक सभाओं पर हमलों की कुछ रिपोर्टें देखी हैं। बांग्लादेश सरकार ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। हम यह भी समझते हैं कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह जारी है। हमारा उच्चायोग अधिकारियों के निकट संपर्क में है।