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Coronavirus: वुहान से निकाले जाएंगे भारतीय नागरिक, 14 दिनों तक रहेंगे कड़ी निगरानी में

पहले दिन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पत्रकारों को बताया कि भारत व चीन की सरकारों के बीच लगातार संपर्क बना हुआ है कि किस तरह से वहां फंसे भारतीयों को स्वदेश लाया जाए।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 28 Jan 2020 08:50 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jan 2020 09:31 PM (IST)
Coronavirus: वुहान से निकाले जाएंगे भारतीय नागरिक, 14 दिनों तक रहेंगे कड़ी निगरानी में
Coronavirus: वुहान से निकाले जाएंगे भारतीय नागरिक, 14 दिनों तक रहेंगे कड़ी निगरानी में

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक तरफ जब चीन में कोरोना वायरस को लेकर स्थिति और गंभीर हो गई है तब भारत ने वहां से अपने नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। चीन के शहर वुहान में 300 से ज्यादा भारतीय छात्रों, कारोबारियों व पर्यटन के लिए गए नागरिकों को वापस लाने के भारत के प्रस्ताव को चीन की सरकार ने मंजूरी दे दी है।

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बुधवार सुबह एयर इंडिया के विमान के वुहान रवाना होने की संभावना है जहां से भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा। यहां लाने के बाद इन सभी को कम से कम 14 दिनों की बेहद सख्त निगरानी में रखा जाएगा। इस दौरान उन्हें बिल्कुल अलग थलग करके रखा जाएगा दुनिया के कई देशों ने भी चीन से अपने नागरिकों को निकालना शुरु कर दिया है। चीन ने भारत समेत सभी देशों को हरसंभव मदद देने की घोषणा की है।

चीन सरकार से लगातार बना हुआ है संपर्क

पहले दिन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पत्रकारों को बताया कि भारत व चीन की सरकारों के बीच लगातार संपर्क बना हुआ है कि किस तरह से वहां फंसे भारतीयों को स्वदेश लाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जनता को भारत सरकार पर भरोसा करना चाहिए जो भी बेहतरीन उपाय होगा वह किया जा रहा है। खास तौर पर चीन में शिक्षा ले रहे भारतीय छात्रों के अभिभावकों को चिंतित होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि अभी तक किसी भी भारतीय छात्र के इस वायरस से संक्रमित होने की सूचना नहीं है।

तैयारियों की समीक्षा

उधर, राजधानी में केंद्र सरकार लगातार हालात की समीक्षा कर रही है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति और उससे निबटने की तैयारियों की समीक्षा की। यह लगातार दूसरा दिन है जब उन्होंने उच्चस्तरीय समीक्षा की है। मंगलवार को हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, जहाजरानी मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिाकरियों ने हिस्सा लिया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हुए। बैठक में चीन से नागरिकों को निकाल कर भारत तक लाने और यहां उनकी उचित निगरानी के मुद्दे पर विमर्श किया गया।

जांच के लिए चार लैब तैयार

जिन राज्यों में अभी तक कोरोना वायरस के संदेह में लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है उनकी भी समीक्षा की गई। स्वास्थय मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि देश के 13 और हवाई अड्डों में कोरोना वायरस की जांच की व्यवस्था शुरु की गई है। अभी तक देश के 20 हवाई अड्डों पर यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। लोगों में वायरस की जांच के लिए चार लैब तैयार किये गये हैं। 27 जनवरी, 2020 तक 155 उड़ानों से आने वाले यात्रियों की जांच की गई है। कुल 33,552 यात्रियों की जांच की है और 20 यात्रियों के सैंपल आगे की जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलोजी, पुणे भेजे गये हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों के साथ संपर्क में है और हर राज्य में चीन की यात्रा से आने वाले नागरिकों की जांच की विशेष व्यवस्था की जा रही है।


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