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सिलिगुड़ी से हुई गिरफ्तारी के बाद जासूसी के खतरे से सतर्क है सेना

जासूसी के खतरे को लेकर सेना सतर्क है। सेना का कहना है कि आइएसआइ के साथ जुड़े होने के मामले में सेना कर्मी की गिरफ्तारी के बाद से जासूसी जैसे खतरे को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2015 10:32 PM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2015 11:21 PM (IST)
सिलिगुड़ी से हुई गिरफ्तारी के बाद जासूसी के खतरे से सतर्क है सेना

जागरण संवाददाता, कोलकाता। जासूसी के खतरे को लेकर सेना सतर्क है। सेना का कहना है कि आइएसआइ के साथ जुड़े होने के मामले में सेना कर्मी की गिरफ्तारी के बाद से जासूसी जैसे खतरे को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। पिछले दिनों सिलीगुड़ी से हुई इस गिरफ्तारी के मद्देनजर विशेष सतर्कता जारी की गई है।

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वे जासूसी जैसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं ताकि आगे ऐसी किसी घटना को अंजाम देना आसान न हो। इसकी जानकारी सेना के पूर्वी कमान के मेजर जनरल (जनरल स्टाफ) एएस बेदी ने दी।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह सेना के हवलदार फरीद खान को आइएसआइ एजेंट होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस बारे में मेजर जनरल से सवाल पूछा गया कि इस घटना के बाद से सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं, इसपर उन्होंने कहा कि इस बारे में पुलिस के साथ नियमित रूप से जानकारी का आदान-प्रदान किया जा रहा है ताकि किसी तरह की लापरवाही सेना के लिए हानिकारक न हो।


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