सीमा पर जबरदस्त तनाव, भारतीय सैनिकों ने पांच पाक सैनिक और चार आतंकी मार गिराए
भारतीय सेना ने अपने पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के पांच सैनिकों को मार गिराया।
श्रीनगर (जागरण न्यूज नेटवर्क)। कुछ दिनों से राजौरी व पुंछ में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैन्य चौकियों व रिहायशी इलाकों पर गोलाबारी कर रही पाकिस्तानी सेना को भारत ने भी करारा जवाब दिया है। मंगलवार को भारतीय सेना ने अपने पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के पांच सैनिकों को मार गिराया। इतना ही नहीं, पाकिस्तान की दो सीमा चौकियां और कई बंकरों को भी तबाह कर दिया है। गुलाम कश्मीर में कई आम नागरिकों के भी घायल होने की सूचना है। उधर, दक्षिण कश्मीर के त्राल में सुरक्षाबलों ने एक भीषण मुठभेड़ में चार आतंकी मार गिराए।
पाकिस्तान ने आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए सोमवार रात पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में भारी गोलाबारी की थी। इसके बाद भारत की ओर से भी करारा जवाब दिया गया। इसमें पाकिस्तान की दो चौकियां तबाह हो गई। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई में पाकिस्तान के पांच सैनिक भी मारे गए हैं। इसके बाद दोनों ओर से भारी गोलाबारी हुई। भारत की सटीक कार्रवाई में पाकिस्तान के कई बंकर भी ध्वस्त हो गए। भारी गोलाबारी से सीमावर्ती लोगों में भारी दहशत और जबरदस्त तनाव है। सीमा पर मौजूद दोनों तरफ की सेना के उच्चाधिकारी हर घटना पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
चार माह में भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई
04 फरवरी, 2018 : राजौरी के तरकुंडी सेक्टर में पाक गोलाबारी मंे भारतीय सेना के कैप्टन व चार अन्य जवान शहीद। अगले ही दिन भारतीय सेना ने कम से कम 15 पाक सैनिकों को ढेर कर अपने जवानों की शहादत का बदला ले लिया।
15 जनवरी, 2018 : भारतीय सेना ने पुंछ में जवाबी कार्रवाई करते हुए सात पाक सैनिकों को मार गिराया।
25 दिसंबर 2017 : भारतीय सेना ने तीन पाक सैनिकों को ढेर कर दिया।
त्राल में चार आतंकियों को मार गिराया, दो जवान शहीद
कश्मीर में आधार बढ़ाने में जुटे आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद को सुरक्षाबलों ने मंगलवार को बड़ा झटका दिया। दक्षिण कश्मीर के लाम (त्राल) में एक भीषण मुठभेड़ में उसके ऑपरेशनल चीफ कमांडर उमर खालिद और जिला कमांडर (त्राल) यासिर समेत चार आतंकियों को मार गिराया गया। इस दौरान एक सैन्यकर्मी और एक पुलिसकर्मी समेत दो सुरक्षाकर्मी शहीद व दो अन्य जख्मी हो गए। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियारों के अलावा संचार उपकरण और कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। इस बीच, आतंकी समर्थक हिंसक भीड़ ने मुठभेड़ की सूचना मिलने पर त्राल में सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने भी बल प्रयोग किया। हिंसक झड़पों का आतंकरोधी अभियान पर असर नहीं हुआ।
सुबह से लेकर शाम तक चली मुठभेड़
सुबह सेना की 42 आरआर, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस विशेष अभियान दल के जवान लाम के गोइटुंगु जंगल में तलाशी अभियान चला रहे थे तभी सात बजे जंगल में छिपे जैश आतंकियों ने गोलाबारी शुरू कर दी। इसमें दो सैन्यकर्मी और राज्य पुलिस का एक जवान घायल हो गए।
जवानों ने भी जवाबी फायर किया। लेकिन आतंकी वहां से बच निकले। जवानों ने आतंकियों का पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टर की भी मदद ली। करीब साढ़े ग्यारह बजे मुठभेड़स्थल से लगभग तीन किलोमीटर दूर सुरक्षाबलों ने आतंकियों को दोबारा घेर लिया और मुठभेड़ शुरू हो गई। करीब एक घंटे बाद एक आतंकी मारा गया। इस बीच, अस्पताल में दाखिल कराए गए घायल तीन सुरक्षाकर्मियों में शामिल सैन्यकर्मी अजय कुमार और पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद लतीफ गोजर ने दम तोड़ दिया। दोपहर बाद एक और पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गया। दोपहर साढ़े तीन बजे दो और आतंकी मारे गए। शाम करीब साढ़े पांच बजे एक और आतंकी का गोलियों से छलनी शव मिला।
मारे गए दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकी
मुठभेड़ में मारे गए उमर व यासिर दोनों पाकिस्तानी थे, जबकि उनके साथ मारे गए अन्य दो आतंकी स्थानीय हैं। उनकी पहचान इश्फाक व आबिद के रूप में हुई है। आबिद करीब दो माह पहले ही आतंकी बना था और उसके बारे में कहा जाता है कि वह एक पुलिसकर्मी का बेटा है। वहीं उमर खालिद को पांच मार्च को अवंतीपोर के पास मुठभेड़ में मारे गए मुफ्ती वकास के स्थान पर जैश का ऑपरेशनल चीफ कमांडर बनाया गया था। आइजीपी कश्मीर डॉ. एसपी पाणि ने बताया कि मारे गए आतंकियों से भारी मात्रा में हथियार भी मिले हैं।