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LAC विवाद देख रहे ले. जनरल हरिंदर सिंह को IMA भेजा, कोर कमांडर की पांच बैठकों में किया था देश का नेतृत्व

चीन से तनाव के बीच लेह में तैनात रहे भारतीय सेना के सर्वोच्च कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह को अब देहरादून स्थित इंडियन मिलेट्री एकेडमी में कमांडेंट बनाकर भेज दिया गया है। हरिंदर सिंह का स्थान अब लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन लेंगे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 10:33 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 10:33 PM (IST)
LAC विवाद देख रहे ले. जनरल हरिंदर सिंह को IMA भेजा, कोर कमांडर की पांच बैठकों में किया था देश का नेतृत्व
ले. जनरल हरिंदर सिंह को अब देहरादून स्थित IMA में कमांडेंट बनाकर भेजा गया है।

नई दिल्ली, आइएएनएस। चीन से एलएसी पर तनाव के दौरान लेह में तैनात रहे भारतीय सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह को अब इस तैनाती से देहरादून स्थित इंडियन मिलेट्री एकेडमी (आइएमए) में कमांडेंट बनाकर भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार मौजूदा समय में लेह में तैनात 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह का स्थान अब लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन (PGK Menon) लेंगे। मेनन नया कार्यभार अक्टूबर मध्य में संभाल लेंगे।  

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मेनन (PGK Menon) मौजूदा समय में सेना मुख्यालय में शिकायत सलाहकार बोर्ड (Complaints Advisory Board, CAB) के अतिरिक्त महानिदेशक पद पर हैं। वह सेना में शिकायत प्रणाली के प्रभारी हैं और सीधे तौर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Army Chief General Manoj Mukund Naravane) को रिपोर्ट करते हैं। मेनन हाल ही में हुई भारतीय और चीनी सेना की कोर कमांडर स्तर की बातचीत का भी हिस्सा थे।

दूसरी ओर, लेह में तैनात 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह एक अक्टूबर से बतौर कमांडेंट देहरादून स्थित इंडियन मिलेट्री एकेडमी (आइएमए) से कामकाज संभाल रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ही पहले दिन से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सेना की हरेक गतिविधि पर नजर रखते रहे हैं। सिंह ही अकेले दम पर भारत और चीन की कोर कमांडर स्तर की लगातार पांच बैठकों का नेतृत्व कर चुके हैं।

21 सितंबर को भारत और चीन के कोर कमांडरों की छठी बैठक में ही मेनन ने बातचीत में शिरकत शुरू की। इस बातचीत का मकसद पिछले पांच महीनों से सीमा पर दोनों देशों के बीच जारी तनाव को कम करना था। इस दौरान चीन ने भारत को पेंगोंग झील के दक्षिणी तटों से लगी सामरिक चोटियों को खाली करने को कहा है। चीन ने भारत पर दबाव डालने की नाकाम कोशिश की है। पिछले चार महीनों में दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।


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