पाकिस्तानी पायलटों के राफेल विमान उड़ाने के बयान को भारतीय वायुसेना ने किया खारिज
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी अखबार के उस झूठ को बेबुनियाद बताया है जिसमें पाकिस्तानी एयर फोर्स के पायलटों के राफेल विमान उड़ाने की बात कही गई है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। पाकिस्तान आए दिन भारत के खिलाफ झूठ फैलाने में लगा है। इस काम में पाकिस्तानी मीडिया भी उसका साथ दे रहा है। अब इस्लामाबाद के एक अखबार ने कहा है कि जिस राफेल विमान को भारत फ्रांस से खरीद रहा है उसे पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट पहले ही उड़ा चुके हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी पायलटों को राफेल उड़ाने की ट्रेनिंग फ्रांस में दी गई थी। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी अखबार के इस झूठ को बेबुनियाद बताया है।
अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस में पाकिस्तानी एयर फोर्स के पायलटों को राफेल तक पहुंच उपलब्ध कराई गई थी और उन्हें इस विमान को उड़ाने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। बता दें कि भारत ने फ्रांस और दसा एविएशन के साथ अरबों डॉलर के रॉफेल विमानों की खरीद का समझौता किया है। सरकार से सरकार के बीच हुए इस समझौते के तहत 36 राफेल विमानों की खरीद होनी है। इनमें से पहला रॉफेल विमान पिछले हफ्ते फ्रांस में भारतीय वायुसेना को तकनीकी तौर पर सुपुर्द कर दिया गया था।
इनमें से पहला रॉफेल विमान पिछले हफ्ते फ्रांस में भारतीय वायुसेना को तकनीकी तौर पर सुपुर्द कर दिया गया था। अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अगले महीने इस विमान को औपचारिक तौर पर लेने के लिए फ्रांस जाएंगे। रक्षामंत्री के साथ वायुसेना प्रमुख भी पेरिस जाएंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा है कि यह फ्रांस के लिए बड़ी बात है कि अगले महीने भारत को पहला विमान दिया जाएगा।
रिपोर्टों की मानें तो आने वाले दिनों में भारतीय वायु सेना की ताकत और बढ़ेगी। वायुसेना ने रूस से भी 21 मिग-29 और 18 सुखोई-30 एमकेआइ विमान खरीदने का फैसला किया है। इसके अलावा सुखोई बेड़े के 272 लड़ाकू विमानों को उन्नत भी कराने का फैसला किया गया है। यही नहीं वायुसेना अमेरिकी कंपनी बोइंग से एफ-18 विमान खरीदने पर विचार कर रही है। सूत्रों की मानें तो भारतीय वायु सेना राफेल लड़ाकू विमान का एक दस्ता हरियाणा के अंबाला जबकि दूसरा दस्ता बंगाल के हाशिमारा में अपने एयरबेस पर तैनात करेगी।