जमशेदपुर से रखेंगे चीन की उड़ान पर नजर, बनेंगे सेंट्रल एयर कमांड
भारत सरकार अपनी पूर्वी सरहद की हिफाजत पर खास ध्यान दे रही है। चीन की हरकतों के मद्देनजर पूर्वी सीमा की रक्षा के लिए एयर फोर्स झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूम अनुमंडल में सेंट्रल एयर कमांड बनाने जा रही है।
जमशेदपुर। भारत सरकार अपनी पूर्वी सरहद की हिफाजत पर खास ध्यान दे रही है। चीन की हरकतों के मद्देनजर पूर्वी सीमा की रक्षा के लिए एयर फोर्स झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूम अनुमंडल में सेंट्रल एयर कमांड बनाने जा रही है। इस कमांड के तहत एयर फोर्स के तीन एयरबेस आएंगे, जहां से युद्धक विमान भारत की चीन, म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा की रक्षा के लिए उड़ान भरेंगे।
चाकुलिया में हवाई सेना के सेंट्रल एयर कमांड बनाने की योजना का खुलासा जमशेदपुर आए नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव सजल चक्रवर्ती ने किया। बताया कि चाकुलिया में सेंट्रल एयर कमांड का सर्वे हो चुका है। प्रस्ताव वायु सेना को भेजा जा चुका है। एयर मार्शल केएस गिल ने प्रदेश सरकार को पत्र भेजकर सेंट्रल एयर कमांड और दो एयरबेस बनाने के लिए जमीन की मांग की थी।
दोनों एयरबेस और सेंट्रल एयर कमांड के लिए प्रस्ताव चला गया है। इस कमांड में रडार समेत हवाई सेना के अन्य आधुनिक युद्धक साजो सामान होंगे। यहां से चीनी विमानों पर नजर रखी जाएगी। अभी प्रदेश में पाकुड़ और दुमका बॉर्डर पर हवाई सेना का एक रडार स्टेशन है। चाकुलिया एयरबेस का इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध में हुआ था। विश्व में चल रही युद्धक गतिविधियों को देखते हुए चाकुलिया हवाई बेस को दोबारा तैयार किए जाने की योजना है।
झारखंड में बनेंगे वायु सेना के दो बेस
झारखंड में वायु सेना के दो एयर बेस बनेंगे। इसमें से एक सेंट्रल एयर कमांड के करीब चाकुलिया में बनाया जाएगा। दूसरा एयरबेस रांची में बनाया जाएगा। रांची में भी एयरबेस के लिए जमीन का सर्वे कर एयर फोर्स को प्रस्ताव भेजा गया है। चक्रवर्ती ने बताया कि बातचीत में उनसे एयर मार्शल केएस गिल ने कहा था कि चाकुलिया कमांड से तीन एयरबेस को नियंत्रित किया जाएगा।
साभारः नई दुनिया
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