पाकिस्तानी नागरिकों को अपने वतन लौटने में मदद करेगा भारत, जानें अब तक क्यों रुके हैं यहां
पाकिस्तान भले ही कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करने में कतरा रहा हो लेकिन भारत उसे हरसंभव मदद करने को तैयार दिख रहा है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान भले ही कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करने में कतरा रहा हो लेकिन भारत उसे हरसंभव मदद करने को तैयार दिख रहा है। इस क्रम में अब भारत ने यहां फंसे पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश लौटने में मदद करने का आश्वासन दिया है। पाकिस्तान सरकार ने नई दिल्ली को बताया है कि उसके 180 नागरिक अभी भारत के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं। इसमें से ज्यादातर इलाज के लिए यहां आए हुए मरीज और उनके परिवार के सदस्य हैं। भारत इन सभी पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में सूचना एकत्रित कर रहा है और जल्द ही इन सभी को अपने देश वापस लौटने की व्यवस्था की जाएगी।
भारत में 180 पाकिस्तानी, सभी की जुटाई जा रही है सूचना
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि हम भारत मे रहने वाले अभी तमाम विदेशी नागरिकों के बारे में सूचना जुटा रहे हैं इसमें पाकिस्तानी नागरिकों से जुड़ी सूचना भी शामिल है। पाकिस्तान के उच्चायोग ने बताया है कि उनके 180 नागरिक यहां पर हैं जो स्वदेश लौटना चाहते हैं। हम सभी संबंधित एजेंसियों के साथ एक समन्वय बिठाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे सुरक्षित स्वदेश लौट सके।
कोरोना संकट के बीच पाकिस्तान का रवैया बहुत बुरा
भारत ने यह रुख तब दिखाया है जब सीमा पार से पाकिस्तानी सेना लगातार भारत के नागरिक ठिकानों पर अकारण गोलीबारी कर रही है। दो दिन पहले जम्मू व कश्मीर के एक गांव में इस तरह की गोलाबारी से तीन भारतीय नागरिकों की मौत हो गई थी। यही नहीं, पाकिस्तान के मैरिटाइम सिक्यूरिटी एजेंसी की तरफ से भारतीय मछुआरे के दो नौकाओं पर हमला किया गया है। यह हमला 12 अप्रैल को किया गया, जो पूरी तरह से अंतराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है।
इसी संदर्भ में भारत ने पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब कर उससे फटकार लगाई थी। यही नहीं, पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से कोविड-19 के खिलाफ दक्षिण एशियाई देशों के बीच एक साझा रणनीति बनाने की कोशिशों में पाकिस्तान की तरफ से अड़ंगा लगाया जा रहा है।