माल्या को जेल में ठीक से रखा जाएगा, भारत ने ब्रिटेन से कहा
फरार शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत लाने के प्रयास तेज हो गए हैं, माल्या के खिलाफ सुबूत लेकर ईडी और सीबीआइ की टीम लंदन पहुंच चुकी है।
नई दिल्ली (प्रेट्र/आइएएनएस)। भारत सरकार ने ब्रिटेन को यकीन दिलाया है कि अगर शराब व्यापारी विजय माल्या का प्रत्यर्पण किया जाता है, तो उसे जेल में ठीक से रखा जाएगा। सरकार ने कहा है कि भारत की जेलों में सुविधा यूरोप की जेलों से कम नहीं है। हालांकि, माल्या को जेल में कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाएगी।
केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने ब्रिटेन के गृह विभाग की स्थायी सचिव पैटसी विल्किनसन को सरकार के इस रुख से अवगत कराया। गृह सचिव पिछले हफ्ते लंदन दौरे पर थे। ब्रिटेन को बताया गया कि भारत की जेल के सेल यूरोप की जेल के सेल से बड़े हैं।
इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआइ के अधिकारियों की एक टीम माल्या के प्रत्यर्पण की याचिका पेश करने के लिए इन दिनों लंदन में है। बैंकों का 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाने के मामले में जांच के लिए ईडी शराब कारोबारी के प्रत्यर्पण का प्रयास कर रहा है।
सूत्रों ने बुधवार को बताया कि दोनों एजेंसियों के अधिकारी माल्या के खिलाफ तमाम सुबूत लेकर लंदन पहुंचे हैं। वे लोग 5,500 पेज की चार्जशीट लेकर गए हैं। इस चार्जशीट में माल्या को पूरे घपले का मुख्य अभियुक्त बताया गया है। इसमें कहा गया है कि किस तरह बैंकों से मिले लोन का इस्तेमाल दूसरे काम में कर लिया गया। इन पैसों से विदेश में फॉर्मूला-1 कार रेसिंग का भुगतान तक किया गया।
ईडी विजय माल्या के खिलाफ छह अन्य देशों से भी मदद मांगने जा रहा है। इस सिलसिले में फ्रांस, सिंगापुर, मॉरीशस, आयरलैंड, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात को कानूनी अनुरोध पत्र भेजा जाएगा। सीबीआइ अपनी तरफ से तमाम दस्तावेज लंदन कोर्ट में पेश कर चुकी है। सीबीआइ पहले भी माल्या के प्रत्यर्पण की अपील कर चुकी है। बैंकों का लोन नहीं चुकाने के मामले में माल्या पिछले साल मार्च में फरार हो गया था। तब से उसको भारत लाने का मामला ब्रिटेन की अदालत में है।
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