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भारत सीरिया के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण प्रयासों का समर्थन करता है: वी मुरलीधरन

विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने गुरुवार को भारत-सीरिया मंत्रिस्तरीय परामर्श पर सीरिया के उप विदेश मंत्री महामहिम फ़ेसल मेकदाद के साथ चर्चा की।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 07:58 AM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 07:58 AM (IST)
भारत सीरिया के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण प्रयासों का समर्थन करता है: वी मुरलीधरन
भारत सीरिया के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण प्रयासों का समर्थन करता है: वी मुरलीधरन

नई दिल्ली, एएनआइ। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने गुरुवार को भारत-सीरिया मंत्रिस्तरीय परामर्श पर सीरिया के उप विदेश मंत्री महामहिम फ़ेसल मेकदाद के साथ चर्चा की। बैठक के दौरान, मुरलीधरन ने सीरिया के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण प्रयासों के लिए भारत के समर्थन से अवगत कराया।

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मुरलीधरन ने ट्वीट किया आज शाम भारत-सीरिया के मंत्रिस्तरीय कार्यक्रमों में सीरिया के उप विदेश मंत्री, एच। फैसल मेकदाद के साथ उत्कृष्ट चर्चा की। मंत्री ने कहा कि सीरिया को उनके लोगों के विधानसभा में सफल होने पर बधाई दी और सीरिया के राष्ट्रीय

पुनर्निर्माण के प्रयासों और अपने लोगों की भलाई के लिए भारत के समर्थन से अवगत कराया। नेताओं ने द्विपक्षीय विकास परियोजनाओं में तेजी लाने, दोनों देशों के बीच क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा की।

उन्होंने कहा, द्विपक्षीय विकास परियोजनाओं में तेजी लाने, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहयोग बढ़ाने और सीओवीआईडी ​​-19 के खिलाफ लड़ाई में सीरिया सहित भारत की मानवीय सहायता का विस्तार करने के उपायों पर चर्चा की।

वहीं, हाल ही में संयुक्त राष्ट्र आतंकवादी विरोधी प्रमुख ने कहा कि आतंकवादी समूह आईएसआईएस को मात देने के दो साल बाद भी उसके करीब 10 हजार से ज्याजा आतंकी इराक और सीरिया में एक्टिव हैं। इनता ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि इस साल उनके हमलों में भी बढ़ोतरी हुई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परीषद को व्लादिमीर वोरोनकोव ने बताया कि इस्लामिक स्टेट के आतंकी दो देशों के बीच छोटी शाखाओं में आसानी से आवाजाही करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादी समूह फिर से एकजुट हुआ हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए लॉकडाउन के साथ ही लगाए गए प्रतिबंधों के कारण कई देशों में आतंकवादी समूहों के हमलों का खतरा कम हुआ हैं। वहीं, उन्होंने अफ्रीका के बारे में बात करते हुए कहा कि इस प्रांत में इस्लामिक स्टेट आईएसआईएल के वैश्विक दुष्प्रचार का एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि यहां इसके करीब 3500 सदस्य हैं। 


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